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समाजवादी परिवार में डेढ़ साल से छिड़ी जंग खत्म, अब रामगोपाल से संबंध मधुर: शिवपाल

सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि परिवार में डेढ़ साल से छिड़ी आपसी जंग समाप्त हो गई है । अब उनके और प्रो. रामगोपाल यादव के बीच सारे गिले शिकवे दूर हो गए हैं और मधुर संबंध हैं।

By Nawal MishraEdited By: Published: Thu, 05 Apr 2018 08:25 PM (IST)Updated: Fri, 06 Apr 2018 10:22 AM (IST)
समाजवादी परिवार में डेढ़ साल से छिड़ी जंग खत्म, अब रामगोपाल से संबंध मधुर: शिवपाल
समाजवादी परिवार में डेढ़ साल से छिड़ी जंग खत्म, अब रामगोपाल से संबंध मधुर: शिवपाल

इटावा (जेएनएन)। सपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने समाजवादी परिवार में चली रार पर गुरुवार को कहा कि परिवार में डेढ़ साल से छिड़ी आपसी जंग समाप्त हो गई है । अब उनके और प्रो. रामगोपाल यादव के बीच सारे गिले शिकवे दूर हो गए हैं और मधुर संबंध हैं। शिवपाल जिला सहकारी बैंक में संचालक मंडल की बैठक में आए थे। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि उनके और रामगोपाल यादव के बीच दिल्ली में वार्ता हो चुकी है। अब सभी एकजुट होकर सांप्रदायिक शक्तियों के खिलाफ संघर्ष करेंगे। इटावा में कड़े संघर्ष की शुरुआत चौबिया तथा बलरई थाना पुलिस द्वारा जारी उत्पीडऩ को लेकर की जाएगी। बोले, योगी सरकार में पुलिस बेलगाम है। चौबिया व बलरई पुलिस आम लोगों के खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज कर रही है। इसके प्रमाण के लिए कई वीडियो भी मिले हैं। 

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सपा-बसपा गठबंधन से होगा भाजपा का सफाया

शिवपाल ने कहा कि केंद्र की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार में सड़कों पर जनता जिस आक्रोश के साथ विरोध प्रदर्शन कर रही है, उससे ये दोनों सरकारें ज्यादा नहीं चल पाएंगी। सपा-बसपा गठबंधन से उत्तर प्रदेश से भाजपा का सफाया सुनिश्चित है। भाजपा के किए सभी वादे जुमले साबित हुए। जीएसटी-नोटबंदी ने छोटे दुकानदारों और लघु उद्योग चलाने वालों को चौपट कर दिया है। कुछ खास पूंजीपति जनता की खून-पसीने की कमाई बटोर रहे हैं। 

ऋण वितरण और वसूली पर दिया जोर

जिला सहकारी बैंक संचालक मंडल की बैठक की अध्यक्षता करते हुए सपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने पिछली बैठक की कार्यवाही की पुष्टि कराई। आय-व्यय की समीक्षा करके लक्ष्य के अनुरूप ऋण वितरण और वसूली पर जोर दिया। व्यक्तिगत ऋण सीमा पांच लाख से बढ़ाकर आठ लाख, वाहन ऋण की सीमा छह से 10 लाख रुपये की गई। नवनियुक्त कर्मियों को स्थाई करने सहित अन्य मामलों पर प्रस्ताव तैयार कराए गए।


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