मानव तस्करी की आशंका से ट्रेन से उतारे नौ बच्चे, एक गायब
जागरण संवाददाता इटावा मानव तस्करी की आशंका व्यक्त करते हुए नार्थ-ईस्ट एक्सप्रेस में कई ब
जागरण संवाददाता, इटावा : मानव तस्करी की आशंका व्यक्त करते हुए नार्थ-ईस्ट एक्सप्रेस में कई बच्चे ले जाए जाने की सूचना पर जीआरपी ने ट्रेन को दो बार रुकवाकर नौ बच्चों को विभिन्न कोचों से उनके ले जाने वालों के साथ उतार लिया। इस दौरान एक किशोर गायब हो गया। छानबीन होने पर पांच बच्चे अपने माता-पिता की मर्जी से गुजरात के गांधीनगर में स्थित मदरसा में पढ़ने जा रहे थे। इसी तरह चार बच्चे दिल्ली ले जाए जा रहे थे।
गुवाहटी से नई दिल्ली जा रही एनई एक्सप्रेस ट्रेन इटावा जंक्शन पर रविवार को शाम 16.45 बजे आकर रुकी तो जीआरपी ने चार बच्चों को उनको ले जाने वालों के साथ उतार लिया। अन्य बच्चों की तलाश करने के दौरान 16.54 बजे ट्रेन चल दी। बच्चों को लेकर जीआरपी ने चेनपुलिग की तो यह ट्रेन थोड़ी दूरी पर रामनगर क्रासिग के पास 16.55 बजे रुकी तब एस-1 कोच से पांच बच्चे हाफिज मोहम्मद शफी निवासी मुगरिया जनपद कटिहार बिहार के साथ उतारे गए। इनमें से एक करीब 15 वर्षीय किशोर मौका पाकर गायब हो गया। इससे ट्रेन को 17.07 बजे रवाना किया गया। बच्चे व उनके संरक्षकों को थाना जीआरपी लाया गया तो परिसर में भीड़ जमा हो गई। शहर के हाफिज और मौलवी भी आ गए जिससे विस्तार से छानबीन की गई।
जीआरपी थाना प्रभारी नौशाद अहमद ने बताया कि कानपुर से ट्रेन के चलने पर उपरोक्त आशय की सूचना दी गई थी। इसी के तहत बच्चों को ट्रेन से उतारा गया। बच्चों के माता-पिता से वीडियो कॉल करके सारी स्थिति दिखाकर पूछताछ की गई तो पांच बच्चों के माता-पिता ने अपनी मर्जी से हाफिज के साथ भेजना स्वीकारा। दूसरे अन्य बच्चे भी अपनी माता-पिता की मर्जी से जा रहे थे। इससे सूचना बेबुनियाद साबित हुई। गायब हुए किशोर की तलाश कराई जा रही है। इन लोगों को रात में दूसरी ट्रेन से भेजा जाएगा।