राजनीति में पिछड़ने से मुस्लिम अधिक समस्याग्रस्त
जासं, इटावा : मुसलमान राजनीति में पिछड़ा हुआ है, इसलिए वह सबसे अधिक समस्याग्रस्त है। अपनी समस्
जासं, इटावा : मुसलमान राजनीति में पिछड़ा हुआ है, इसलिए वह सबसे अधिक समस्याग्रस्त है। अपनी समस्याओं को हल करने एवं शासन और प्रशासन में समुचित हिस्सेदारी हासिल करने के लिए मुस्लिम समाज राजनीति में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। यह विचार कौमी तहफ्फुज कमेटी के संयोजक खादिम अब्बास ने मुस्लिम समाज में चलाए जा रहे जागरुकता अभियान में मुहल्ला कबीरगंज, कटरा शमशेर खां व शाहकमर मोहल्लों में आयोजित गोष्ठियों में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि कोई भी राजनीतिक दल मुसलमानों का सच्चा हितैषी नहीं है, इसलिए उन्हें अपनी बिगड़ी बात बनाने के लिए अपनी राजनीतिक सोच और अपने आप में लीडरशिप पैदा करनी होगी, तभी उसका उत्थान व कल्याण संभव हो सकता है। अब्बास ने कहा कि मुस्लिम समाज को दूसरे लोगों पर दोषारोपण करने की आदत को छोड़कर खुद अपनी खामियों और कमियों को दूर करके अपने बच्चों को अच्छी तालीम दिलाना चाहिए, चाहे इसके लिए उन्हें स्वयं भूखा ही क्यों न सोना पड़े। इस्लाम में शराब, जुआ, सट्टा, चोरी, बलात्कार, अराजकता आदि बुराईयों को हराम करार दिया गया है, लेकिन शराब खानों में नासमझ मुसलमानों की भीड़ लगी हुई है। जुआ और सट्टा की लत ने समाज को अपनी भींच में ले लिया है। मस्जिदें वीरान पड़ी हुई हैं, लेकिन सिनेमाघरों में समाज के लोगों की लंबी लाइनें लगी हुई हैं। सछ्वावना समिति के जिलाध्यक्ष फरहान शान आंबेडकरवादी, अखलाक अहमद, अनीसुल हसन वारसी, मो. समी, हब्बी मंसूरी, असलम अंसारी, सईद कुरैशी व बाबू फारुकी ने विचार व्यक्त किए।