किसानों को तत्काल जारी करें मंडी गेट पास
आलू निकासी की गति प्रदान करने हेतु शीतगृह स्वामियों प्रगतिशील किसानों व्यापारियों एवं मंडी परिषद के अधिकारियों के साथ कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी जेबी सिंह ने समीक्षा बैठक की। बैठक में किसानों ने बताया कि मंडी गेट पास जारी कराने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। उन्हें गेट पास जारी कराने के लिए मंडी के चक्कर लगाने पड़ते हैं इसलिए किसानों को वापस जाना पड़ता है उनका समय बेकर होता है और काम भी नहीं होता है। इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए मंडी सचिव को निर्देशित किया कि किसानों के गेट पास तत्काल जारी कराए जाएं।
जासं, इटावा : आलू निकासी की गति प्रदान करने हेतु शीतगृह स्वामियों, प्रगतिशील किसानों, व्यापारियों एवं मंडी परिषद के अधिकारियों के साथ कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी जेबी सिंह ने समीक्षा बैठक की। बैठक में किसानों ने बताया कि मंडी गेट पास जारी कराने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। उन्हें गेट पास जारी कराने के लिए मंडी के चक्कर लगाने पड़ते हैं, इसलिए किसानों को वापस जाना पड़ता है, उनका समय बेकर होता है और काम भी नहीं होता है। इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए मंडी सचिव को निर्देशित किया कि किसानों के गेट पास तत्काल जारी कराए जाएं।
जिलाधिकारी ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा निजी शीतगृहों में अवशेष आलू और बाजार भावों को ²ष्टिगत रखते हुए किसानों को उनके आलू उत्पाद का उचित मूल्य प्राप्त हो, इसलिए आलू खपत/निकासी बढ़ाए जाने के लिए आलू उत्पादकों को 150 किमी तथा आलू व्यापारियों को 300 किमी. से अधिक दूरी के परिवहन एवं विपणन किए जाने पर 50 रुपये प्रति क्विटल अथवा भाड़े का 25 प्रतिशत जो भी कम हो, की दर से परिवहन भाड़ा मंडी समिति द्वारा प्रदान किया जाएगा, विपणन किए गये आलू पर मंडी शुल्क व विकास सेस की छूट प्रदान की जाएगी। बैठक में बताया गया कि कोल्ड स्टोर से आलू की निकासी अभी तक मात्र 40 प्रतिशत की गई है, आलू निकासी हेतु किसानों को जागरुक किया जाएगा। बैठक में शीतगृह से आलू निकासी बढ़ाने के उपायों, आलू बिक्री कर मंडी स्थल पर होने वाली समस्याओ पर चर्चा की गई एवं व्यापारियों से सुझाव मांगे गए।