जमीन के लिए मंडी प्रशासन-आढ़तियों में टकराव
जागरण संवाददाता, इटावा : कृषि मंडी में करीब तीन दशकों से कायम करीब डेढ़ सैकड़ा आढ़
जागरण संवाददाता, इटावा : कृषि मंडी में करीब तीन दशकों से कायम करीब डेढ़ सैकड़ा आढ़तियों को खाली भूमि पर स्थापित निर्माण हटाए जाने के नोटिस मिलने से मंडी प्रशासन से टकराव के हालात हो गए हैं। कुछ ने एडीएम से नोटिस के खिलाफ यथास्थिति कायम रखने का आदेश करा लिया लेकिन मंडी प्रशासन ने निदेशक स्तर से इस आदेश को निरस्त करा दिया। इससे मंडी में कारोबार ठप करके हड़ताल-विरोध प्रदर्शन करने के आसार फिर से बन रहे हैं।
कृषि मंडी में तीन दशक पूर्व आढ़तियों को काफी सुविधाएं प्रदान करके स्थापित किया गया था। अब अधिकांश आढ़तियों का कारोबार लाभदायक हो गया तो मंडी प्रशासन ने उनके समक्ष मुश्किल भरे हालात कर दिए हैं। आढ़तियों ने खाली भूखंड में निर्माण कराकर व्यवसाय फैला रखा है। ऐसे आढ़तियों को नोटिस थमा दिए गए हैं कि भूखंड निर्धारित समय में खाली किया जाए अन्यथा प्रशासन बलपूर्वक कार्रवाई करके अवैध निर्माण कार्य ध्वस्त करा देगा। इस नोटिस के विरोध में कुछ आढ़तियों ने अपर जिलाधिकारी से यथास्थिति कायम रखने का आदेश कर दिया, इसे मंडी प्रशासन ने निदेशक स्तर पर निरस्त करा लिया इससे टकराव बना हुआ है।
सभी कार्य होंगे ठप
फल-सब्जी मंडी एसोसिएशन अध्यक्ष नौशे भाई का कहना है कि बीते साल जनवरी माह में फड़ पर व्यवसाय करने वाले आ़ढ़तियों का व्यवसाय चौपट किया गया। नई दुकानों पाने को नीलामी में लाखों रुपये देने पड़े। हम सभी ने करीब तीन दशक पूर्व भूखंड पर निर्माण कार्य मंडी प्रशासन की सहमति से कराए थे। इसके बावजूद नोटिस थमा दिए गए, स्टे लिया गया तो उसे भी निस्त करा दिया। मंडी प्रशासन को इस बार मनमानी नहीं करने दी जाएगी। इसके लिए सभी कार्य ठप कर दिए जाएंगे। भूखंड करने होंगे खाली
जिन-जिन दुकानदारों ने खाली भूखंड पर निर्माण कार्य कर रखा है, उन सभी को भूखंड से निर्माण कार्य हटाना होगा। निर्धारित समय में ऐसा न करने पर बलपूर्वक हटवाया जाएगा। मंडी परिसर में सभी कार्य नियमानुसार ही किए जा रहे हैं।
- आशीष यादव मंडी सचिव