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दस माह में 69 मरीज ही खोज पाया मलेरिया विभाग

जागरण, संवाददाता, इटावा : जनपद में 1 अप्रैल 2018 से अक्टूबर 2018 तक मलेरिया बुखार का प्रकोप ज्

By JagranEdited By: Published: Wed, 23 Jan 2019 05:53 PM (IST)Updated: Wed, 23 Jan 2019 05:53 PM (IST)
दस माह में 69 मरीज ही खोज पाया मलेरिया विभाग
दस माह में 69 मरीज ही खोज पाया मलेरिया विभाग

जागरण, संवाददाता, इटावा : जनपद में 1 अप्रैल 2018 से अक्टूबर 2018 तक मलेरिया बुखार का प्रकोप ज्यादा रहने की बात कही जाती है। इस दौरान नगर पालिका परिषद जहां पालिका क्षेत्र में मच्छर जनित बीमारियों से लोगों को बचाने के लिए अनेक उपाय करता है, वहीं मलेरिया विभाग भी जनपद में बुखार से पीड़ितों की स्लाइड बना कर देता है। हैरान करने वाली बात यह है कि इस कार्यकाल में मलेरिया विभाग को मात्र 69 मरीज ही मलेरिया से ग्रसित मिल सके। जबकि विभाग द्वारा इस अवधि में 2 लाख 81 हजार 784 रुपया औषधि रसायन पर खर्च कर दिया गया। एक लाख 45 हजार रुपया प्रचार प्रसार पर खर्च कर दिया गया।

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आंकड़ों के मुताबिक एक अप्रैल 2017 से 31 मार्च 2018 तक कुल 45 हजार 515 स्लाइडें बनाई गईं। जिनमें 151 मरीज ही पॉजिटिव मिले, जबकि 45364 मरीज निगेटिव मिले। इस अवधि के दौरान औषधि रसायन पर विभाग द्वारा 9 लाख 78 हजार रुपया व्यय कर दिया गया। ताज्जुब की बात यह है कि विभाग ने एक अप्रैल 2017 से 31 मार्च 2018 के मध्य औषधि रसायन पर 5 लाख 78 हजार रुपया वापस कर दिया। जबकि एक अप्रैल 2018 से अक्टूबर 2018 के मध्य धन वापस होने का कोई ब्यौरा नहीं दिया गया है।

जिला मलेरिया अधिकारी विपिन कपूर ने बताया कि मलेरिया विभाग को आवंटित बजट को खर्च करने का अधिकार अपर मुख्य चिकित्साधिकारी को दिया गया है, तथा समस्त बजट मुख्य चिकित्साधिकारी के द्वारा ही दिया जाता है।


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