प्रेमी ने नर्सिग छात्रा की हत्या कर गायब किया था शव
सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी की नर्सिंग छात्रा कंचन की गुमशुदा होने का 20वें दिन खुलासा करते हुए पुलिस ने उसके प्रेमी को गिरफ्तार किया है। उस पर कंचन की हत्या करके शव को छिपाने और साक्ष्य मिटाने की मंशा से जसवंतनगर क्षेत्र में भतौरा नहर में फेंकने का आरोप है।
जासं, इटावा : सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी की नर्सिंग छात्रा कंचन की गुमशुदा होने का 20वें दिन खुलासा करते हुए पुलिस ने उसके प्रेमी को गिरफ्तार किया है। उस पर कंचन की हत्या करके शव को छिपाने और साक्ष्य मिटाने की मंशा से जसवंतनगर क्षेत्र में भतौरा नहर में फेंकने का आरोप है। सुबूत के तौर पर उसकी निशानदेही पर जगसौरा बंबा के पास कंचन के तोड़कर फेंके गए मोबाइल की बरामदगी दर्शाई गई है जबकि शव की बरामदगी नहीं की जा सकी है।
एएसपी ग्रामीण ओमवीर सिंह ने बताया कि 26 सितंबर को अनुपम पुत्र रामशरण निवासी खड़ेपुर थाना किशनी जिला मैनपुरी ने पत्नी कंचन की गुमशुदगी की रिपोर्ट सैफई थाना में दर्ज कराते हुए बताया था कि कंचन 24 सितंबर से लापता है। जिसकी जांच व तलाश महिला उपनिरीक्षक तिवारी अंजली द्वारा की जा रही थी। जांच के दौरान पैरामेडिकल कालेज के हॉस्टल में कंचन के रूम से दो डिब्बा मोबाइल के बरामद हुए। जिन पर अंकित आइएमइआइ नंबर सर्विलांस कार्यालय से रन कराकर व सीएएफ निकलवाकर जानकारी की गई कि आनंद किशोर पुत्र हाकिम सिंह निवासी नगला महाजीत थाना सिविल लाइन संदिग्ध पाया गया। जिससे कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने अपनी ओमनी कार से कंचन को पैरामेडिकल कॉलेज से ले जाकर हत्या कर शव को नहर में फेंकना कुबूल किया। शव को तलाश किए जाने का प्रयास किया जा रहा है।
पीआरडी जवान प्रेमी ने रेता था गला
आनंद किशोर पीआरडी जवान है। वह 24 सितंबर को कंचन को बटेश्वर तीर्थ घुमाने के बहाने से ले गया था। भतौरा नहर के पास उसने कार रोकी और चाकू से कंचन का गला रेतकर हत्या करने के बाद शव को नहर में फेंकने के साथ चाकू भी फेंक दिया था। पुलिस ने आनंद द्वारा घटना के समय पहने गए कपड़े पेंट व तौलिया के साथ ही घटना में प्रयुक्त कार बरामद की है।
स्कूल के समय से थे प्रेम संबंध
आनंद किशोर और कंचन के प्रेम संबंध स्कूल के समय से चले आ रहे थे। दरअसल आनंद के पिता हाकिम सिंह ने नगला महाजीत में स्कूल खोला था। कंचन उसमें पढ़ाती थी। तभी रोजाना की मुलाकात में दोनों एक-दूजे के करीब आ गए थे। कुछ समय पहले आनंद ने अपने गांव में करीब छह लाख की जमीन खरीदी थी। आनंद की मानें तो इसकी जानकारी जब कंचन को हुई तो वह जमीन में अपना हिस्सा मांगते हुए उसको ब्लैकमेल करने लगी थी। इसी बात पर दोनों में झगड़ा हुआ था। तब उसने कंचन को अपने रास्ते से हटाने के लिए प्लान बनाया था।
पुलिस टीम की गई पुरस्कृत
एएसपी ग्रामीण का कहना है कि कंचन के पति जांच में अपेक्षित सहयोग करते तो खुलासा कई दिन पहले हो जाता। बहरहाल खुलासे पर सैफई थाना प्रभारी निरीक्षक चंद्रदेव यादव, क्राइम ब्रांच प्रभारी सतेंद्र यादव और टीम में उप निरीक्षक राजवीर सिंह, वासुदेव सिंह, विपिन कुमार और महिला उपनिरीक्षक तिवारी अंजली, कांस्टेबल अभिन यादव को 15 हजार रुपये का पुरस्कार प्रदान किया गया है।