एक साल की नौकरी पर ग्रेच्युटी, 60 साल के बाद 3000 मासिक पेंशन; श्रमिकों के लिए आई खास योजना
सरकार श्रमिकों के हितों के लिए सजग है। अस्थाई कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र और स्थाई जैसी सुविधाएँ मिलेंगी। ग्रेच्युटी की अवधि पांच साल से घटकर एक वर्ष ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, इटावा। श्रमिकों के हितों को लेकर सरकार सजग है। सामाजिक स्तर और स्वास्थ्य सुरक्षा के साथ- साथ उन्हें आने वाली समस्याओं से मुक्त रखने के लिए अस्थाई कर्मचारियों काे भी अनिवार्य रूप से नियुक्ति पत्र देने और स्थाई कर्मचारियों जैसी सुविधाएं देने का प्राविधान किया है।
इतना ही नहीं ग्रेच्युटी पांच साल तक की अनिवार्यता को भी खत्म कर न्यूनतम एक वर्ष की नौकरी पाने के बाद ग्रेच्युटी का हकदार होगा। वहीं महिला कामगारों को रात में काम करते समय आवागमन के लिए सुरक्षित साधन व उन्हें कार्यस्थल पर भी अलग सुविधाएं देनी होंगी।
जनपद में भले उद्योग न हों, लेकिन श्रमिकों की बड़ी संख्या है, जिसमें श्रम विभाग में लगभग 80 हजार श्रमिकों का पंजीयन है। असंगठित श्रमिकों के जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए पंजीयन कराकर सरकार की लाभकारी योजनाओं और नीतियों का लाभ लेना चाहिए, जिसमें न्यूनतम वेतन व ओवर टाइम के लिए दोगुना भुगतान न होना।
सप्ताह में 48 घंटे से अधिक काम लेने पर संस्थान अथवा काम लेने पर कानूनी शिकंजा कसा जा सके और श्रमिकों को होने वाली समस्याओं और शोषण से बचने के लिए श्रम विभाग को अपनी समस्या से अवगत कराकर निदान करा सकें।
भारत सरकार के सहयोग से संचालित प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन योजना में आयु के अनुसार 55 से 200 रुपये प्रतिमाह अंशदान देकर 60 वर्ष पूरे होने पर आजीवन तीन हजार रुपये मासिक पेंशन पा सकते हैं। इसी प्रकार प्रधानमंत्री लघु व्यापारी मानधन योजना सुविधा पा सकते हैं।
श्रम कार्ड के लिए प्रक्रिया
18 से 60 वर्ष की आयु के श्रमिक जिन्होंने 12 माह में 90 दिनों तक निर्माण श्रमिक के रूप में काम किया हो। आयकर दाता न हो। आधार कार्ड, बैंक पास बुक, नामिनी का आधार कार्ड, आधार से मोबाइल नंबर का लिंक होना जरूरी है। पात्र असंगठित कर्मकार किसी भी जन सुविधा केंद्र या ई श्रम पोर्टल पर लागिन कर पंजीयन की प्रक्रिया पूर्ण की जा सकती है।
श्रमिकों को विभाग की योजनाओं के बारे में जानकारी के लिए जगह- जगह शिविर लगाकर जागरूक किया जाता है। हमारा प्रयास है कि समाज का कोई भी कर्मकार पंजीयन ई श्रम कार्ड से वंचित न रहे। किसी भी श्रमिक को भुगतान में समस्या आ रही है या फिर छह दिन में 48 घंटे से अधिक काम लेने का प्रावधान नहीं है। किसी को समस्या है तो विभाग से संपर्क कर किया जा सकता है।
कुलदीप सिंह, सहायक श्रम आयुक्त
श्रमिक बोले-
हमारा श्रम कार्ड बना है, औरों को भी श्रम कार्ड बनवाने के प्रति प्रेरित करते आ रहे हैं। श्रम कार्ड बनवाने का लाभ उन्हें मिल रहा है। ग्रेच्युटी लाभ की समय सीमा एक वर्ष किया जाना श्रमिक के लिए अच्छी बात है।
विमल जैन, श्रमिक
हम तो रोजाना शास्त्री चौराहा पर आते हैं कभी कभार काम मिल जाता है, लेकिन श्रमिक कार्ड के बारे में मुझे कुछ पता नहीं है। जानकारी हुई हैं विभाग में संपर्क कर बनवाने का प्रयास करेंगे।
भूप सिंह, श्रमिक
हम दैनिक मजदूरी करते हैं और श्रमिक कार्ड भी बनवा लिया है। लेकिन योजना और उसके लाभ के बारे में अधिक जानकारी नहीं है।
मुकेश कुमार, श्रमिक
हमने ई श्रम कार्ड बनवा लिया है, इससे होने वाले लाभ के लिए हमें हर वर्ष अपनी निजी आवश्यक जानकारी से अपडेट रहना पड़ता है। ताकि इससे होने वाले लाभ ले सकें।
राहुल कुमार, श्रमिक

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