श्रम संगठनों ने प्रदर्शन कर मांग दिवस मनाया
जासं इटावा श्रम संगठनों के देशव्यापी विरोध और मांग दिवस के तहत कचहरी पर सीटू आशा
जासं, इटावा : श्रम संगठनों के देशव्यापी विरोध और मांग दिवस के तहत कचहरी पर सीटू, आशा, आंगनबाड़ी एवं रसोइया यूनियनों की तरफ से तथा किसान सभा द्वारा समर्थित प्रदर्शन का आयेाजन किया गया। प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री को डीएम के माध्यम से ज्ञापन भेजकर मांगों पर तत्काल प्रभावी कदम उठाने की मांग की गई। किसान सभा के प्रांतीय महामंत्री मुकुट सिंह ने समर्थन करते हुए कहा कि महामारी का मुकाबला कर रहे देश की पहले से खराब अर्थव्यवस्था की हालत और भी खराब हुई है। सरकार द्वारा घोषित पैकेज से न जनता और न ही अर्थव्यवस्था की हालत सुधरने वाली है। चिता की बात है कि महामारी की आड़ में मनमाने ढंग से श्रम कानूनों में बदलाव और कृषि क्षेत्र, भूमि, खाद्यान्न को बड़े पूंजीपतियों के हवाले करने के लिए अध्यादेश जारी किए जा रहे हैं। डीजल-पेट्रोल के दामों में भारी वृद्वि की जा रही है। सीटू के जिला संयोजक अमर सिंह शाक्य ने बताया कि ज्ञापन में मांग की गई है कि सभी गैर आयकरदाताओं को 7500 रुपये प्रति माह, सभी जरूरतमंदों को 10 किलो अनाज फ्री, मनरेगा में साल में 200 दिन काम, 500 रुपये मजदूरी व शहरों में भी इसका विस्तार, उप्र में स्थाई श्रम समिति का गठन, काम के घंटे बढ़ाने सहित सभी श्रमिक विरोधी कानूनों की वापसी, न्यूनतम वेतन 21000 रुपये माह, रेलवे, कोयला, रक्षा, बैंक-बीमा, बिजली, एयर इंडिया सहित अनेक सार्वजनिक संस्थानों के निजीकरण पर रोक, स्वास्थ्य बजट बढ़ाने, कोरोना का मुकाबला करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों आशा, आंगनबाड़ी, सफाई कर्मियों, पुलिस को सुरक्षा उपकरण देने, प्रवासी मजदूरों को काम की गांरटी दी जाए। अध्यक्षता आशा यूनियन की जिला मंत्री संगीता कश्यप ने की। मजदूर नेता प्रेमशंकर यादव, आशा साफिया अकबर, अनीता यादव, रसोइया यूनियन के जिला अध्यक्ष रामचंद्र जिला मंत्री अनीता पोरवाल ने भी संबोधित किया।