जाम से रोज कराहता जसवंतनगर का बाजार
संवाद सहयोगी, जसवंतनगर : कस्बा जाम के जंजाल से जूझ रहा हैं। न तो अतिक्रमणकारी बाज आ रहे
संवाद सहयोगी, जसवंतनगर : कस्बा जाम के जंजाल से जूझ रहा हैं। न तो अतिक्रमणकारी बाज आ रहे और न ही सदर बाजार में बड़े वाहनों के आगमन पर पुलिस की लापरवाही से बंदिश लग सकी है। इसका खामियाजा बाजार से गुजरने वाले स्कूली बच्चों समेत बुजुर्ग बीमार महिला-पुरुष राहगीरों को नित्य उठाना पड़ता है। यहां रोजाना सुबह से शाम तक लगने वाला जाम हटने का नाम नहीं ले रहा है। नतीजा यह है कि इस लगन में घंटों राहगीर फंसने से वे लोग अपने गंतव्य तक समय से नहीं पहुंच पाते हैं। नगर बाजार की सड़कों पर घंटों बुधवार को भी जाम लगा रहा। नगर की सड़कों पर लगा जाम ने यातायात व्यवस्था की कलई खोल दी। मुख्य चौराहों मार्ग से लेकर गली-कूचों तक जाम की लंबी कतार लगी रहती है। क्या कारण हैं जाम के : - सदर बाजार में दुकानदारों की ओर से दुकानों के आगे मेज बेंच डालकर बिक्री का सामान रखना
- फलों व रेहड़ी दुकानदारों द्वारा किया गया अवैध कब्जा
- सड़क की नालियों को बंद करके उस पर लगाया गया सामान
- बाजार में आने वाले वाहन सड़क पर ही खड़े रहते
- जगह-जगह ठेले खोमचे वालों का खड़ा होना दिन भर परेशान रहे लोग नगरवासियों के लिए जाम नासूर बन गया है। हर दिन लग रहे जाम से लोग परेशान हैं। राहगीर भी नगर में आने से कतराने लगे हैं। बुधवार को जगह-जगह जाम लग गया। जाम भी ऐसा कि चंद समय की दूरी काफी देर में पूरी न हुई। जो जाम में फंसे राहगीर सर्दी के मौसम में भी पसीना पौंछते नजर आए। स्कूली बच्चे जाम में फंसकर भूख-प्यास की तड़प से बेहाल रहे। लोग जाम में घंटों जूझते देखे गए। नगर में जाम की समस्या और गहरा गई। जाम से निजात पाने के उपाय : - फुटपाथ पर दुकानदारों द्वारा किया गया अतिक्रमण हटाया जाए।
- सुबह 9 बजे सदर बाजार को जाने वाले मार्ग पर बड़े वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया जाए।
- नगर सभी तिराहे व चौराहे पर पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाए अथवा यातायात पुलिस तैनात की जाए।
- यातायात नियमों के प्रति प्रशासन को सख्त रवैया अख्तियार करना चाहिए।
- छोटे छोटे वाहनों के अलावा बड़े वाहनों का प्रवेश शहर के अंदर नहीं होने देना चाहिए।
- जुर्माना के साथ अतिक्रमणकारियों पर भी सख्त कार्रवाई करें। - नगर में स्थायी पार्किंग की व्यवस्था कराई जानी चाहिए। रोजाना लगने वाले जाम के लिए व्यापारियों के साथ बैठकर कार्य योजना बनाई जाएगी। उसके बाद इसको अमली जामा पहनाया जाएगा।
- सत्य प्रकाश मिश्रा, उपजिलाधिकारी