India Vs Pakistan Match : पाकिस्तानी कप्तान सरफराज के मामा की चाहत भारत मैच जीते और भांजा दिल
सरफराज के मामा महबूब हसन भारत की जीत की दुआ मांग रहे हैं। वह आत्मविश्वास से कहते हैं विश्व कप भारत ही जीतेगा। उनकी चाहत है कि भांजा सरफराज मैच में बेहतर प्रदर्शन करे।
इटावा, जेएनएन। विश्व कप क्रिकेट में कल भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले हाई वोल्टेज मुकाबले का सभी को इंतजार है। ऐसा ही इंतजार इटावा निवासी पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के कप्तान सरफराज अहमद के मामा महबूब हसन सिद्दीकी को भी है। सरफराज के मामा की चाहत है कि मैच को भारत जीते, लेकिन मैच में सरफराज शानदार प्रदर्शन करें।
भारत तथा पाकिस्तान के बीच हर बार सुर्खियों में रहने वाले हाईवोल्टेज मुकाबले में मैनचेस्टर का स्टेडियम तो खचाखच भरा रहेगा। इटावा में भी एक परिवार विशेष रूप से टीवी से चिपका रहेगा। यह परिवार पाकिस्तानी टीम के कप्तान सरफराज के मामा का है। सरफराज अहमद के मामा महबूब हसन करीब 28 वर्ष से इटावा के बाबा साहब भीमराव अंबेडकर कृषि इंजीनियरिंग कॉलेज में वरिष्ठ लिपिक के पद पर कार्यरत हैं। महबूब हसन भारतीय टीम का समर्थन करेंगे। हसन ने कहा कि सरफराज से रिश्ता अपनी जगह है। पहले वह भारतीय हैं। वह चाहेंगे कि विराट कोहली की कप्तानी में भारत ही मैच जीते। वह मई 2015 में सरफराज की शादी में ही उनसे पाकिस्तान में मिले थे।
सरफराज के सगे मामा महबूब हसन भारत की जीत की दुआ मांग रहे हैं। वह पूरे आत्मविश्वास से कहते हैं कि विश्वकप भारत ही जीतेगा। उनकी चाहत है कि भांजा सरफराज मैच में बेहतर प्रदर्शन करे। उन्होंने कहा कि सरफराज की टीम हमारी टीम से मुकाबला नहीं कर पाएगी। हमारे पास ज्यादा काबिल खिलाड़ी हैं और भारतीय टीम शानदार है। उन्होंने कहा कि मैं शर्त लगा सकता हूं कि भारतीय टीम ही विश्व कप ट्रॉफी जीतेगी। इसी के साथ उन्होंने कहा मैं विराट कोहली का समर्थन करूंगा। इटावा में रहने वाले लिपिक महबूब हसन ने कहा भारतीय टीम इस समय शानदार प्रदर्शन कर रही है और कई खिलाड़ी काफी अच्छा खेल रहे हैं। पाकिस्तान टीम में बेट्समैन की कमी है। उनका कहना है कि सरफराज बेहतर खेल रहा है। अभी पाकिस्तान क्रिकेट टीम का कप्तान बना रहेगा।
पाकिस्तान टीम के कप्तान के मामा महबूब हसन उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के कुंडा के निवासी हैं। यहां पर सरफराज अहमद कई बार आ चुके हैं। सरफाराज के अहमद के दादा मूल रूप से उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के रहने वाले थे। सरफराज के मामा महबूब हसन ने बताया सरफराज के दादा हाजी वकील अहमद मूल रूप से फतेहपुर के रहने वाले थे। यहां तक की सरफरारज के दादा आजादी के बाद पहले ग्राम पंचायत चुनाव में जीतकर प्रधान बने थे। इसके बाद 1952-53 में वह पाकिस्तान के कराची में जाकर बस गए थे। 70 के दशक में उनके बेटे शकील अहमद के साथ महबूब हसन की बहन शकीला का विवाह हुआ था। सरफराज के मामा महबूब 1998 में प्रतापगढ़ के कुंडा के दिनेरगंज से इटावा चले आए थे और फिर यहीं अपने परिवार के साथ रहने लगे।
भारत तथा पाकिस्तान के रिश्तों पर महबूब हसन सिद्दीकी ने कहा कि पाकिस्तान के भारत से रिश्ते अच्छे बनें, हमारी चाहत है। हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अच्छा कार्य कर रहे हैं, उनके नेतृत्व में देश आगे बढ़े।
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