आयकर विभाग बढ़ाएगा 10 हजार नए आयकर दाता
जागरण संवाददाता, इटावा : आयकर विभाग इस वित्तीय वर्ष 10 हजार नए आयकर दाता जनपद में बढ़ाएगा।
जागरण संवाददाता, इटावा : आयकर विभाग इस वित्तीय वर्ष 10 हजार नए आयकर दाता जनपद में बढ़ाएगा। इसके लिए लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया। अभी जनपद में 35 हजार आयकर दाता पिछले वित्तीय वर्ष तक थे। यह संख्या बढ़ाकर 45 हजार करने का लक्ष्य रखा गया है। सात करोड़ का राजस्व वसूली का लक्ष्य भी रखा गया है। पिछले चार साल में मोदी सरकार ने आयकर विभाग को खासा सक्रिय कर रखा है। इसी के तहत हर वर्ष आयकर विभाग को लक्ष्य निर्धारित कर दिया जाता है। पिछले तीन वर्षों में लगभग 15 हजार नये कर दाताओं को जोड़ने में आयकर विभाग कामयाब भी रहा है। विभाग ने वर्ष 2018-19 में जनपद में दस हजार नये कर दाता बढ़ाने का लक्ष्य रखा है। 7 करोड़ के राजस्व का भी लक्ष्य रखा गया है जबकि पिछले वर्ष का लक्ष्य 5.30 करोड़ का था जिसके सापेक्ष 5 करोड़ रुपया राजस्व वसूला गया था। विभाग के पास वित्तीय वर्ष 2017-18 में 35 हजार कर दाता थे जबकि इससे पूर्व 2016-17 में 29 हजार कर दाता थे। रिटेल व्यवसाय पर खासी नजर आयकर विभाग ने नौकरीपेशा लोगों के साथ-साथ सरकारी कामकाज से जुड़े हुये लोगों को तो आयकर के दायरे में शामिल कर लिया है लेकिन रिटेल व्यवसाय को अभी तक पूरी तरह से आयकर के दायरे में नहीं लाया जा सका है। विभाग की अब इस व्यवसाय के ऐसे कारोबारियों पर नजर है जिनकी आय वर्ष की 4 से 5 लाख रुपये तक है। इन पर नजर रखी जा रही है इसके साथ-साथ बाजार में कमीशन एजेंटों पर भी नजर रखी जा रही है जिनका साल का टर्नओवर काफी अच्छा है। स्कूटनी अब मैनुअली होगी आयकर विभाग ने इस वर्ष से कर दाताओं की सुविधा के लिये ऑनलाइन ई-फाइ¨लग सुविधा शुरू की थी। इस पर ही जवाब देने की सुविधा भी शुरू की गई थी परंतु बहुत से मामलों में लोगों द्वारा ई-सुविधा का प्रयोग न किये जाने के कारण विभाग ने स्कूटनी के केसों में कुछ शर्तों के साथ विभाग के अधिकारियों को मैनुअली काम करने की छूट प्रदान कर दी है। इससे स्कूटनी के केसों में राहत कर दाताओं को मिल सकती है। कर दाताओं द्वारा कंप्यूटराइज्ड व्यवस्था का पूरी तरह से अनुपालन नहीं किया गया। विभाग ने इस वर्ष 10 हजार नये कर दाताओं को जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित कर दिया है। नये कर दाता जोड़ने के लिये प्रयास शुरू कर दिये गये हैं। कोशिश यह है कि रिटेल व्यवसाय से जुड़े ज्यादा से ज्यादा कर दाता आयकर के दायरे में आयें।
-अर¨वद कटियार
जिला आयकर अधिकारी