रिहायशी इलाके में कैसे मिला गंधक रखने का लाइसेंस
संवाद सहयोगी भरथना अग्निकांड के बाद बड़ा सवाल यह कि आ़िखरकार अनिल कुमार गुप्ता को 10
संवाद सहयोगी, भरथना : अग्निकांड के बाद बड़ा सवाल यह कि आ़िखरकार अनिल कुमार गुप्ता को 10 क्विटल गंधक का लाइसेंस रिहायशी इलाके में कैसे मिला। किराना व्यापारी ने गंधक की लाइसेंस की छायाप्रति दिखाते हुए बताया कि वर्ष 1998 से यह लाइसेंस बना हुआ है, जो 2025 तक वैध है। वहीं मोहल्ले वासियों का कहना है कि 10 क्विटल गंधक का लाइसेंस प्राप्त करने के बाद इसकी आड़ में कई और आतिशबाजी में प्रयोग होने वाले केमिकलों को चोरी छिपे व्यापारी द्वारा अपने गोदाम में रखा जाता है, जो बाद में बड़ी घटना का सबब बनता है। शार्ट सर्किट से लगी आग
स्थानीय प्रशासन एवं दमकल की टीम सहित किराना व्यापारी अनिल कुमार गुप्ता की मानें तो गोदाम में बिजली के शार्ट सर्किट से आग लगी थी। ़िफलहाल सदर लेखपाल संजय सिंह द्वारा आग से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। पड़ोसियों को नहीं हुआ खास नुकसान
अनिल कुमार गुप्ता के मकान के दांई व बांई ओर उनके ही भाईयों के मकान हैं। प्रदीप कुमार गुप्ता ने बताया कि उनकी एक गन हाउस की दुकान है, जो गोदाम से 20 मीटर दूर है। उनका किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ है। केवल आग के कारण कुछ जगह गोदाम की ओर दीवार में चटकन आ गई है। गन हाउस की दुकान पूर्णत: सुरक्षित है। अशोक कुमार गुप्ता ने बताया कि भीषण आग की लपटों से दुकान का फ्लैक्स बोर्ड तथा ऊपर कमरे में रखी एक वाशिग मशीन सहित कुछ अन्य सामान आग की तपिश की वजह से जल गए। पुत्र विकास की गर्भवती पत्नी प्रियंका को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है। उन्होंने आग से हुए नुकसान की भरपाई के लिए स्थानीय प्रशासन से मांग की है।