दोहरे खतरे से जूझ रहे रामनगर रेलवे क्रा¨सग के गेटमैन
जागरण संवाददाता, इटावा : रामनगर रेलवे फाटक पर ड्यूटी करने वाले गेटमैन दोहरे खतरे से जूझ र
जागरण संवाददाता, इटावा : रामनगर रेलवे फाटक पर ड्यूटी करने वाले गेटमैन दोहरे खतरे से जूझ रहे हैं। यहां ट्रेनों के लगातार आवागमन की वजह से ज्यादातर फाटक बंद रहता है। इससे गुस्साए दबंग वाहन स्वामी गेटमैन के साथ बदसलूकी करते हैं। एक पखवाड़े पहले तो एक वाहन स्वामी ने फाय¨रग कर दी थी। अब तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग पर स्थित इटावा जंक्शन के पश्चिमी ओर रामनगर क्रासिंग एक अर्से से रेलवे और जनता के लिए मुसीबत बनी है। यहां ओवरब्रिज का प्रस्ताव स्वीकृत हो चुका है लेकिन निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं हो सका। मुसीबत ये है कि शहर की आधी आबादी तथा आसपास के गांवों के लोग इसी फाटक से गुजरते हैं। व्यस्ततम ट्रैक होने की वजह से एक दिन में तकरीबन 300 गाड़ियां भी यहां से गुजरती हैं। कभी-कभी एक साथ कई एक्सप्रेस ट्रेनें गुजरने के दौरान एक घंटे तक फाटक बंद रहता है। इससे गुस्साए वाहन स्वामी गेटमैन के साथ बदसलूकी करने लगते हैं। बीते 28 सितंबर को भी रात के वक्त एक घंटा फाटक बंद होने के बाद जब खुला तो एक वाहन स्वामी ने गेटमैन पर फाय¨रग कर दी थी।
कार्रवाई न होने से आक्रोश
फाय¨रग की वारदात के बावजूद जीआरपी-आरपीएफ ने सुरक्षा के कोई पुख्ता के इंतजाम नहीं किए। न ही दबंग की गिरफ्तारी हो सकी। इस सबंध में रेलवे कर्मियों ने यूनियन के माध्यम से उच्चाधिकारियों को शिकायती पत्र भेजा है। फाय¨रग से दहशतजदा गेटमैनों के संबंध में उच्चाधिकारियों को बताया जा चुका है। जीआरपी-आरपीएफ के अधिकारियों को भी सुरक्षा के संबंध में लिखित जानकारी दे दी गई है। हालांकि अभी तक सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए हैं।
- पीएम मीना, स्टेशन अधीक्षक