कड़ी सुरक्षा के बीच अंत्येष्टि, कई हिरासत मे
ललखौर हत्याकांड -छह किए गए नामजद कई हिरासत में फोटो नं. 24 संवाद सहयोगी सैफई
ललखौर हत्याकांड
-छह किए गए नामजद, कई हिरासत में फोटो नं. 24 संवाद सहयोगी, सैफई : ललखौर गांव में जमीन बंटवारे के विवाद में ताबड़तोड़ फायरिग में मारे गए अरविद दुबे उर्फ आशु के शव का शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच ग्राम ललखौर में अंतिम संस्कार किया गया। आशु के छह साल के पुत्र आभास ने मुखाग्नि दी।
मृतक के साले पंकज कुमार पांडेय पुत्र उपदेश कुमार पांडेय निवासी तापा की नगरिया करहल मैनपुरी ने सैफई थाने में गुरुवार की देर शाम छह लोगों के खिलाफ तहरीर दी थी। आरोप लगाया कि उनके बहनोई का चाचा उमाकांत दुबे पुत्र स्वर्गीय रमेश चंद दुबे से जमीन के बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा था। इसी विवाद को सुलझाने के लिए उमाकांत दुबे, उनके पुत्र अनुराग दुबे ने बातचीत करने के लिये बहनोई अरविद उर्फ आशु को परिवार के साथ गांव बुलाया था। वहां पहले से मारने की तैयारी करके बैठे उमाकांत दुबे, अंशुल दुबे, अनुराग दुबे, अक्षय दुबे, उमाकांत की पत्नी जूली दुबे और बेटी सोनम ने हमला कर दिया था, जिसमें बहनोई की गोली लगने से मौत हो गई और बहनोई के छोटे भाई अतुल दुबे व उनकी मां मिथिलेश कुमारी घायल हो गई थीं। थाना प्रभारी सतीश चंद्र यादव ने बताया कि तहरीर के अनुसार नामजद छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। मां-बेटे की हालत खतरे से बाहर मेडिकल यूनिवर्सिटी सैफई के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. डॉ. आदेश कुमार ने बताया कि ललखौर गांव के गोलीकांड के घायलों की स्थिति पूरी तरह से ठीक है। घायल अतुल दुबे के ऑपरेशन द्वारा दो गोली निकाली गई हैं, हालत अब खतरे से पूरी तरह बाहर है। मिथिलेश कुमारी भी पूरी तरह से ठीक हैं। चिकित्सकों की टीम लगातार देखरेख कर रही है। गांव में रहा सन्नाटा गांव में सुबह से सन्नाटा रहा। लेकिन अंतिम संस्कार की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में लोग उमड़ पड़े। छह वर्ष के मासूम आभास का रो-रोकर बुरा हाल था। बार-बार कह रहा था न पापा दिखाई दे रहे हैं और न ही चाचा और न ही दादी। सिर्फ हेड कांस्टेबल बाबा और मां दिख रही हैं। उसका क्रंदन सुनकर लोग आंसू नहीं रोक सके।