ताखा के पोलिंग बूथ पर आचार संहिता के उल्लंघन में चार प्रधानाध्यापक निलंबित
पोलिंग बूथ बनाये जाने वाले विद्यालयों की दीवारों पर पार्टियों के चुनाव के चिह्न अंकित हैं।
इटावा, जेएनएन। पोलिंग बूथ बनाये जाने वाले विद्यालयों की दीवारों पर विभिन्न दलों के चुनाव चिह्नों का अंकन होना चार प्रधानाध्यापकों पर भारी पड़ गया है। इसे आचार सहिंता के उल्लंघन का मानते हुए चारों प्रधानाध्यापकों को निलंबित कर दिया गया है। बीएसए ने 13 मार्च को स्कूल की दीवारों से ऐसे किसी भी चिह्न आदि को हटवाने के लिए सभी प्रधानाध्यापकों को आदेश जारी किया था।
निर्वाचन आयोग के सख्त निर्देश के बाद भी पोलिंग बूथों के पास बने हुए राजनीतिक दलों के चुनाव चिह्न चुनाव आयोग की आचार संहिता को मुंह चिढ़ा रहे हैं। जबकि शिक्षा विभाग हलफनामा देकर ऐसे किसी भी चुनाव चिह्न के न होने की बात कह रहा है। आचार संहिता के प्रभावी होने के बाद भी ताखा के नगला ढकाऊ पोलिंग बूथ पर कमल के फूल अंकित हैं। इसे उजागर करते हुए दैनिक जागरण ने 26 मार्च के अंक में खबर प्रकाशित की। इसे संज्ञान में लेते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अजय कुमार सिंह ने ब्लाक के चार प्रधानाध्यापकों को मंगलवार को निलंबित कर दिया। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष उदयभान सिंह यादव ने राज्य निर्वाचन आयोग को भी शिकायत की थी।
बीएसए ने बताया कि प्रधानाध्यापक प्राथमिक विद्यालय केशोंपुर विकास खंड ताखा रामकिशोर, प्रधानाध्यापक नगला बले श्रीकृष्ण, प्रधानाध्यापक प्राथमिक विद्यालय विशुन पुरा, इलियास मोहम्मद, प्रधानाध्यापक नगला ढकाऊ जुबैर हनीफ को आचार संहित उल्लंघन के चलते निलंबित कर दिया गया है। उन्हें निलंबन अवधि के दौरान बीआरसी ताखा से संबद्ध कर दिया गया है। मामले की जांच खंड शिक्षा अधिकारी भरथना राजेश कुमार चौधरी व खंड शिक्षा अधिकारी बढ़पुरा अवनीश कुमार को संयुक्त रूप से दी गई है।