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सांड़ों के हमले में चार गायों की मौत,दो घायल

संवादसूत्र, बरालोकपुर : विकास खंड बसरेहर की ग्राम पंचायत परौली रमाइन में बनाई गई गोशाला

By JagranEdited By: Published: Thu, 14 Feb 2019 06:49 PM (IST)Updated: Thu, 14 Feb 2019 06:49 PM (IST)
सांड़ों के हमले में चार गायों की मौत,दो घायल
सांड़ों के हमले में चार गायों की मौत,दो घायल

संवादसूत्र, बरालोकपुर : विकास खंड बसरेहर की ग्राम पंचायत परौली रमाइन में बनाई गई गोशाला में जानवरों की संख्या इतनी अधिक हो गई है कि आपस में ही सांड़ और गायों में टकराव हो रहा है। गुरुवार को भूसा खाने को लेकर सांड़ों के हमलों में चार गायों की मौत हो गई जबकि दो घायल हो गईं। इन सभी का इलाज पशु चिकित्सा अधिकारी मंजू दोहरे की देखरेख में चल रहा है।

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गोशाला में करीब सौ के आसपास सांड़ हैं और 900 के आसपास गाय मौजूद हैं। जब खाने के लिए भूसा गोशाला में आता है तो सांड़ व गायें एक दम उस पर टूट पड़ते हैं जिसके कारण उनमें टकराव हो जाता है और गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं। गुरुवार को गोरक्षा समिति के प्रदेश महासचिव मयंक विधौलिया के निर्देश पर गोसेवक वैभव दुबे व आदर्श कुमार ने गोशाला में जाकर निरीक्षण किया और पशुओं की मरहम पट्टी भी की। वैभव दुबे ने बताया कि गोशाला में टिन शेड सफाई नहीं की गई है और गंदगी काफी है जिसके कारण गोवंश को कांटे भी लग जाते हैं वहीं पशु चिकित्सा अधिकारी मंजू दोहरे ने बताया कि इस समय गोशाला में करीब एक हजार के आसपास गोवंश हैं। उन्होंने बताया कि गोवंश की अधिक संख्या होने के कारण खाने को लेकर लड़ाई होती है जिसके कारण चार गायों की मौत भी हो गई है।

बताते चलें कि इस गोशाला को पूरे जनपद में बड़े स्तर पर विकसित किया गया है। 23 जनवरी को प्रमुख सचिव मनोज कुमार ¨सह ने भी गोशाला का निरीक्षण किया था। वहीं परौली रमाइन गोशाला समिति के उपाध्यक्ष मनीष यादव पतरे ने बताया कि भूसे के कारण सांड़ व गायें आपस में लड़ जाते हैं जिसके कारण गायें गंभीर रूप से घायल हो जाती हैं। जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे को पत्र लिखकर मांग की गई है कि गाय और सांड़ के रहने की अलग-अलग व्यवस्था कराई जाए ताकि इनमें टकराव न हो और इनके खाने की व्यवस्था भी अलग-अलग कराई जाए। उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही यह व्यवस्था हो जाएगी।


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