कोहरे ने कम की रेलवे की कमाई
जागरण संवाददाता, इटावा : कोहरे ने आमजन के जीवन ही नहीं रेलवे की कमाई पर भी ब्रेक लगा दिया ह
जागरण संवाददाता, इटावा : कोहरे ने आमजन के जीवन ही नहीं रेलवे की कमाई पर भी ब्रेक लगा दिया है। कोहरे को देखते हुए इटावा जंक्शन पर ठहराव करने वाली आधा दर्जन ट्रेनों के दो माह तक निरस्त होने से रेलवे को जहां 40 लाख रुपये का घाटा हुआ वहीं, मथुरा के लिए कोई ट्रेन न होने से यात्रियों की परेशानी बढ़ी हुई है।
दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग पर इटावा जंक्शन से तीन ब्रांच लाइन निकली हैं, रोजाना करीब 13 से 15 हजार यात्री स्टेशन से आवागमन करते हैं। स्टेशन पर एक्सप्रेस और पैसेंजर दोनों ओर से 64 ट्रेनें ठहराव करती हैं। कोहरा को लेकर बीती 13 दिसंबर से आधा दर्जन एक्सप्रेस ट्रेनों को 15 फरवरी तक के लिए निरस्त कर दिया गया है। इसमें जनता की लाइफ लाइन कही जाने वाली गोमती एक्सप्रेस, इंटरसिटी एक्सप्रेस तथा तूफान मेल भी शामिल है। तूफान मेल निरस्त होने से स्टेशन से मथुरा के लिए कोई सीधी ट्रेन नहीं है। लोगों को बसों व अन्य साधनों का सहारा लेना पड़ रहा है।
एक माह में 40 लाख की लगी चपत
ट्रेन निरस्त होने के बाद से दिसंबर से 15 जनवरी तक रेलवे को अब तक 40 लाख की चपत लग चुकी है। सामान्य दिनों में हर माह सवा दो लाख जनरल टिकट से 1.45 करोड़ की कमाई होती है, जबकि 13 दिसंबर से 15 जनवरी तक के आंकड़ें देखें तो 50 हजार यात्रियों कम हो गए, जबकि 40 लाख आय कम हुई। परेशानी को देखते हुए लोगों ने इटावा जंक्शन पर विक्रमशिला, पटना-कोटा, रीवा, सीमांचल, अजीमाबाद, प्रयागराज-जयपुर सुपरफास्ट सहित करीब एक दर्जन ट्रेनों के ठहराव सुनिश्चित कराने की मांग की है।
जंक्शन पर करीब दो माह के लिए आधा दर्जन एक्सप्रेस ट्रेनों के निरस्त होने से यात्रियों की संख्या तथा आय में कमी आई है, हालांकि गोमती एक्सप्रेस की जगह नॉन स्टाप ट्रेनों के ठहराव कराए जाते हैं इसके बावजूद यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी अभी नहीं हो रही है।
- जगदीश ¨सह, मुख्य बु¨कग पर्यवेक्षक