तेज न रखें साउंड,मरीजों बच्चों का रखें ध्यान
जागरण संवाददाता, इटावा : आगामी 21 नवंबर को जश्न-ए-ईद मीलादुन्नबी के मौके पर निकलने वाले जुल
जागरण संवाददाता, इटावा : आगामी 21 नवंबर को जश्न-ए-ईद मीलादुन्नबी के मौके पर निकलने वाले जुलूस-ए-मोहम्मदी की कामयाबी के लिए अंजुमने हुसैनिया कमेटी के बैनर तले इस्लामिया गर्ल्स इंटर कालेज में बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें कमेटी व उलेमाओं ने अपनी राय पेश की।
मौलाना वाजिद अशरफी ने कहा रसूल अल्लाह की नजर में बेहतरीन मुसलमान वो है जो दूसरे मुसलमान को अमान दे। जुलूस नबी की पैदाइश पर यकीनन खुशी का संदेश देता है लेकिन जुलूस में तेज आवाज का माइक बजाकर दूसरों को तकलीफ पहुंचाने की इस्लाम इजाजत नहीं देता। जुलूस में म्यूजिक का कतई प्रयोग न हो।
जुलूस-ए-मोहम्मदी में इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि जब जुलूस निकले तो किसी मरीज, राहगीर को परेशानी न हो। मौलाना जाहिद रजा ने कहा कि जुलूस में माइक की आवाज तेज न रखें और और जुलूस के असली मकसद को समझें। विभिन्न कमेटी के लोग जुलूस को अनुशासन के साथ निकालें। जुलूस के जरिये किसी को तकलीफ नहीं होनी चाहिए। अंजुमने हुसैनिया कमेटी ने जुलूस की जो रूपरेखा तैयार की है उस पर अमल करें। अंजुमने हुसैनिया कमेटी के अध्यक्ष हाजी मुईनउद्दीन उर्फ गुड्डू मंसूरी ने बताया कि जुलूसे मोहम्मदी परम्परागत तरीके से नया शहर से निकलेगा। जुलूस की देखरेख के लिए सौ वॉ¨लटियर्स तैनात रहेंगे। उन्होंने कहा कि जुलूस में सभी लोग अदब और लाइन से चलें, बीमार और महिलाओं, बच्चों को निकलने के लिए जगह दें, साउंड हल्की रखें, म्यूजिकल नात शरीफ न बजाएं और कमेटी के नियमों का पालन करें तभी जुलूस-ए-मोहम्मदी कामयाब होगा।
बैठक में कारी अब्दुल कदीर, हफीज शाहवाज अहमद, मशकूर आलम, कारी फैजान अहमद, हसनैन वारसी, हाजी अब्दुल वहाब खान, खादिम अब्बास, रौनक इटावी, साजिद रजा, शावे•ा ऩकवी, इफ्तिखार मिर्जा सहित शहर की विभिन्न अंजुमनों के लोगों ने भाग लिया। बैठक का संचालन नदीम अहमद एडवोकेट ने किया।