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प्रदर्शन कर बोले किसान, खाद की हो रही कालाबाजारी

संवाद सहयोगी चकरनगर बीहड़ क्षेत्र में फिर से खाद की किल्लत बढ़ गई। काफी संख्या में किस

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Oct 2021 04:35 PM (IST)Updated: Sun, 24 Oct 2021 06:23 PM (IST)
प्रदर्शन कर बोले किसान, खाद की हो रही कालाबाजारी
प्रदर्शन कर बोले किसान, खाद की हो रही कालाबाजारी

संवाद सहयोगी, चकरनगर : बीहड़ क्षेत्र में फिर से खाद की किल्लत बढ़ गई। काफी संख्या में किसान खाद के लिए भटकने को मजबूर है। बीते कई दिनों से खाद के लिए भटक रहे किसानों ने सहकारी संघ के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए सचिव पर खाद की कालाबाजारी करने का आरोप लगाया। कई लोगों का कहना है कि खाद के दाम मध्यप्रदेश में ज्यादा होने से इस क्षेत्र की खाद वहां बेची जा रही है।

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क्षेत्र में बारिश के बाद सरसों की बोआई के लिए खेत तैयार होने पर डीएपी खाद की किल्लत किसानों को बुरी तरह परेशान कर रही है। शनिवार को सहकारी संघ टिटावली में खाद के लिए करीब आधा सैकड़ा से अधिक किसानों ने हाथ उठाकर विरोध प्रदर्शन किया। कुछ किसानों ने सचिव पर मध्य प्रदेश में खाद की कालाबाजारी करने का भी आरोप लगाया। किसानों का आरोप है कि रात्रि समय संघ पर काफी मात्रा में खाद एकत्रित थी। लेकिन सुबह कुछ गिनी चुनी ही खाद की बोरियां मिलीं। रात्रि में ही डीएपी खाद की बोरियां ब्लैक कर दी गई। किसानों ने बताया कि क्षेत्र के कुछ लोगों के रिश्तेदार मध्यप्रदेश से आ रहे हैं। जिन्हें ऊंची दर पर डीएपी खाद सचिव द्वारा मुहैया कराई जा रही है जबकि क्षेत्र के किसानों को खाद नहीं मिल पा रही है। जिसके चलते निरंतर सरसों फसल की बोआई में देरी हो रही है। खाद के अभाव में फसल लेट होती रही तो क्षेत्र का किसान हाथ मलता रह जाएगा और फसल में खाद और बीज का भी पैसा वापस नहीं हाथ आएगा। सचिव प्रदीप कुमार का कहना है कि खाद किसानों के आरोप निराधार हैं उनके सामने ही खाद वितरण की जा रही है। इसमें नकद खाद खरीदने वाले किसानों के चलते समस्या आ रही है। एक हजार खाद की बोरी की और आवश्यकता है तब इस क्षेत्र में खाद की पूर्ति की जा सकती है।

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बोले, खाद के लिए परेशान किसान

कोला के किसान अतबल सिंह ने बताया कि दो दिन से आधार कार्ड और पासबुक टिटावली सहकारी संघ पर जमा है। इस संघ का खाताधारक हूं फिर भी अभी तक एक भी बोरी डीएपी खाद की नहीं मिल सकी। कुछ लोगों को ज्यादा खाद मिल गई है जो ब्लैक में अन्य किसानों को बेच रहे हैं।

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टिटावली के सत्य सिंह ने बताया कि क्षेत्र के ही एक किसान से ब्लैक में डीएपी खाद खरीदनी पड़ी। ऐसा खाद न मिलने पर बोआई समय से करने के लिए करना पड़ा।

टिटावली के राजेंद्र सिंह ने कहा कि सचिव द्वारा डेढ़ सौ बोरी डीएपी खाद रात्रि समय में ही ऊंची दर पर मध्य प्रदेश में ब्लैक कर दी गई। मुझे अभी तक एक भी बोरी नहीं मिल सकी। इसी तरह का आरोप इसी गांव के संजीव ने लगाया है।


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