शव को ठिकाने लगाने की थी योजना
जासं, इटावा : कोकपुरा शाला के नवयुवक ओमी की हत्या घटनाक्रम और शव बरामदगी को लेकर प
जासं, इटावा : कोकपुरा शाला के नवयुवक ओमी की हत्या घटनाक्रम और शव बरामदगी को लेकर पेंचों में उलझ गयी है। फ्रेंड़स कालोनी थाना पुलिस ने शव की बरामदगी तड़के साढ़े चार बजे मटर मिल की दीवार के किनारे से बताई है। जबकि जिला अस्पताल के रिकार्ड के मुताबिक शव की इंट्री तड़के एक घंटे पहले साढ़े तीन बजे की दर्शाई गयी है। परिजनों के मुताबिक शव को आरोपियों ने फोरव्हीलर से ठिकाने लगाने की योजना बनाई थी लेकिन यमुना नदी पर पहुंचने से पहले ही सदर कोतवाली क्षेत्र में वाहन चे¨कग के दौरान शव को बरामद कर लिया गया और आरोपी भी हत्थे चढ़ गये। ओमी के गोली कमर के ऊपरी हिस्से में लगी थी। बहरहाल आरोपी फ्रेंड्स कालोनी की हिरासत में हैं और उनसे पूछताछ की जा रही है।
भाभी लाली पत्नी गो¨वद के अनुसार देवर ओमी का स्वास्थ्य ठीक नहीं था। उसको दस्त हो रहे थे। घर पर शौचालय न होने की वजह से वह बस्ती के बाहर गया हुआ था। तभी अचानक एक जोरदार आवाज हुई तो लगा शायद किसी गाड़ी का टायर फटा होगा। थोड़ी देर बाद एक और फायर की आवाज हुई तो बस्ती के लोग डर गए और बाहर निकले तो देखा कि बस्ती से कुछ दूरी पर एक गाड़ी खड़ी हुई थी। जब तक वे लोग वहां पर पहुंचे तब तक गाड़ी जा चुकी थी पर आसपास खून पड़ा हुआ था। तब घटना की जानकारी पुलिस को दी। इस पर कोतवाली थाना क्षेत्र के काली वाहन मंदिर के पास एक गाड़ी में ओमी का शव खून से लथपथ पुलिस द्वारा बरामद किया गया। बूट पॉलिस करता था ओमी ओमी के माता-पिता का करीब दस माह पहले एक पखवाड़े के अंतराल देहांत हो गया था। पांच भाइयों में एक ओमी नवीन मंडी गेट पर बैठकर बूट पॉलिश कर दो वक्त की रोटी जुटाता था। घटना की सूचना पाकर तीन बहनों में एक वर्षा निवासी कुरावली ने मायके आकर बताया कि पिता के देहांत के बाद घर चलाने की जिम्मेदारी ओमी के कंधों पर ही आ गयी थी क्यों कि बड़े भाई गो¨वद अपना दायां हाथ ट्रेन दुर्घटना में गंवा चुका था। बस्ती के विपिन, बलवीर व आसाराम तथा अन्य लोगों ने बताया कि एक साल पहले बस्ती के विक्रम की भी हत्या हो गई थी जिसमें क्राइम ब्रांच पर हत्या का आरोप लगा था पर पुलिस ने बस्ती के ही एक युवक को पकड़कर हत्या के मामले फंसाकर जेल भेज दिया था।