निजीकरण के विरोध में कार्य बहिष्कार करेंगे अभियंता
जागरण संवाददाता, इटावा : विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर भारत सरकार के श्
जागरण संवाददाता, इटावा : विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर भारत सरकार के श्रम विरोधी निजीकरण सहित अन्य समस्याओं को पूरा न होने को लेकर जनपद के सभी अवर अभियंताओं व उपखंड अधिकारियों ने अधीक्षण अभियंता के कार्यालय परिसर में धरना देकर विरोध जताया।
इस दौरान उपखंड अधिकारी राहुल कुमार यादव, कुलदीप ¨सह, जितेंद्र राजपूत, जितेन्द्र ¨सह गुर्जर, विपिन श्रीवास्तव, सुनील कुमार, विष्णु कुमार, अश्वनी कुमार गुप्ता सहित अनेक कर्मचारियों का आरोप है कि अनेक वार धरना प्रदर्शन के बाद भी सरकार द्वारा विद्युत अधिकारियों व कर्मचारियों की समस्याओं का निराकरण नहीं किया जा रहा है। जितेन्द्र ¨सह गुर्जर ने बताया कि विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने मात्र कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया है। भारत सरकार इलैक्ट्रीसिटी अमेण्डमेंट बिल संसद में लाने जा रही है। जिससे बिजली विभाग का निजीकरण कर दिया जाएगा। उपभोक्ताओं पर भी अनायास बोझ बढ़ेगा। इसी को लेकर संवर्ग ने 8 व 9 जनवरी को 400 केवी अथवा उससे ऊपर की पाली को छोड़ कर समस्त इंजीनियर्स व कर्मचारियों ने दो दिवसीय कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया है। संवाद सहयोगी, भरथना के अनुसार : पांच सूत्रीय मांगों को लेकर विद्युत विभाग के स्थानीय कर्मचारियों ने मंगलवार को जिला मुख्यालय स्थित विद्युत विभाग के कार्यालय पर धरना दिया। एसडीओ विद्युत विभाग जितेंद्र ¨सह गूजर के अनुसार वर्ष 2000 के बाद भर्ती किए गये सभी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन, बिजली कर्मियों की वेतन विसंगतियों, रिक्त पदों पर नियमित भर्ती, संविदा ठेका प्रथा खत्म करने, बिजली के नियमों का एकीकरण करके उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत परिषद लिमिटेड का पुनर्गठन किए जाने की मांग को लेकर भरथना के विद्युत कर्मचारियों ने धरना दिया।