कमाई की आस में तेज हुई कुम्हारों की चाक
जागरण संवाददाता, इटावा : दीपावली को लेकर कुम्हारों के चाक की रफ्तार भी बढ़ गई है। कुम्ह
जागरण संवाददाता, इटावा : दीपावली को लेकर कुम्हारों के चाक की रफ्तार भी बढ़ गई है। कुम्हारों को दीपावली पर अच्छी आमदनी की आस बंधी है। लोगों की पसंद के अनुरूप अलग-अलग डिजाइन के दीये तैयार किए जा रहे हैं।
दीपावली पर माता लक्ष्मी के पूजन के साथ घरों पर रोशनी के लिए मिट्टी के दीयों का प्रयोग किया जाता है। इसको लेकर कुम्हार मंडी मकसूदपुरा में तैयारियां शबाब पर हैं। कुम्हार मोहन, पप्पू, अशोक, विजय सुरेश का कहना है कि पिछले कुछ सालों से डिजाइनर दीयों की काफी ज्यादा मांग रहती है। लोगों की पसंद को देखते हुए इस बार आकर्षक डिजाइन वाले दीये तैयार किए जा रहे हैं। धनतेरस से लेकर दीपावली की शाम तक इनकी खरीदारी होती है।
सामग्री महंगी, 15 फीसद तक बढ़ी कीमत
कुम्हारों का कहना है कि इस समय मिट्टी की महंगाई कारोबार के लिए बाधक बनी हुई है। इसके साथ ही दीयों को पकाने के लिए लकड़ी की भी कीमतें आसमान छूने लगी हैं। मिट्टी पहले 200 रुपये ट्राली आती थी, अब उसके लिए 1200 रुपये अदा करने पड़ रहे हैं। अनिल कुमार का कहना है कि पिछले साल की तुलना में 15 फीसद तक महंगाई बढ़ी है लेकिन खरीदारी को लेकर लोगों का रुझान कम नहीं है। ज्यादातर लोगों ने एडवांस आर्डर दिए हैं।
फीरोजाबाद-आगरा से भी मंगवाए दीये
कुम्हारों ने बताया कि पहले मिट्टी से सादा दीये बनाए जाते थे लेकिन अब लोगों की पसंद बदली है। हर कोई डिजाइनर दीयों की मांग करता है। ऐसे में फीरोजाबाद व आगरा से दीये मंगवाए हैं, वहां मशीनों से इनका निर्माण होता है।
ये हैं दीयों के दाम
डिजाइनर छोटे दीये : 50 रुपया सैकड़ा से 100 रुपये सैकड़ा
सादा छोटे दीये : 80 रुपये सैकड़ा से 400 रुपया सैकड़ा
सादा बड़े दीये : 100 रुपये सैकड़ा
विशेष डिजाइनर दीये : 1000 रुपया के 1000 दीपक फीरोजाबाद निर्मित