विद्युत मीटर की करो निगरानी, टूटा तो भरना होगा जुर्माना
जागरण संवाददाता इटावा : बिजली चोरी और मीटर में छेड़छाड़ की लगातार बढ़ती शिकायतों से परे
जागरण संवाददाता इटावा : बिजली चोरी और मीटर में छेड़छाड़ की लगातार बढ़ती शिकायतों से परेशान होकर विभाग ने अब घरों में इलेक्ट्रॉनिक मीटर लगाने शुरू किए हैं। साथ ही मीटर में किसी भी तरह की छेड़खानी के उद्देश्य से की जाने वाली तोड़फोड़ से बचाव के लिए विभाग ने इसकी जिम्मेदारी भी उपभोक्ता पर लाद दी है। मतलब साफ है कि विद्युत मीटर में किसी भी तरह से तोड़फोड़ या नुकसान होता है तो उसका सीधा जुर्माना उपभोक्ता को देना होगा।
अधीक्षण अभियंता एसके शर्मा ने बताया कि बिजली चोरी की घटनाओं व लाइन लॉस कम न होने पर कारपोरेशन ने इलेक्ट्रॉनिक मीटर लगाने शुरू किए हैं। इसमें मीटर की सुरक्षा की जिम्मेदारी उपभोक्ता की स्वयं की है। ये मीटर लगने से किसी भी प्रकार का कट नहीं लगाया जा सकता है। मीटर में तोड़फोड़ पर 500 रुपए से लेकर 1000 रुपए तक हो सकता है।
खामियों के बाद इलेक्ट्रॉनिक मीटर लगाने की हुई थी पहल
दस साल पहले उपभोक्ताओं के घर मैकेनिकल मीटर लगाए गए थे। यह मीटर घरों के बाहर लगाने की कोई बाध्यता नहीं थी। मैकेनिकल मीटर में रीडिंग में हेरफेर करने की शिकायतों के बाद विभाग ने इलेक्ट्रॉनिक मीटर लगाने की शुरूआत की गई।