----'दलित के यहां पानी पी लें मायावती तो छोड़ देंगे राजनीति'
संवाद सूत्र, बकेवर (इटावा) : लोकसभा चुनाव आते ही राजनीतिक दलों की निगाह अनुसूचित जाति के वोट
संवाद सूत्र, बकेवर (इटावा) : लोकसभा चुनाव आते ही राजनीतिक दलों की निगाह अनुसूचित जाति के वोटों पर टिक गई है। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति (एससीएसटी) आयोग के अध्यक्ष डॉ. रामशंकर कठेरिया ने बसपा के अनुसूचित प्रेम को छलावा करार दिया और कहा कि बसपा प्रमुख मायावती यदि किसी दलित के घर पानी पी लें तो वह राजनीति छोड़ देंगे। कहा कि केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद पिछली सरकार की अपेक्षा अनुसूचित जाति के उत्पीड़न के मामलों में पूरे देश में सात फीसद की कमी आई है।
शुक्रवार को वह पत्नी मृदुला कठेरिया के साथ कस्बा लखना स्थित कालिका देवी मंदिर में पूजन करने आए हुए थे। उन्होंने कहा कि दलितों के बिना किसी दल की सरकार बनना मुश्किल है। दलितों के वोट देने से ही कई प्रदेशों में भाजपा की सरकार बनी। बसपा सुप्रीमो पर आरोप लगाते हुए कहा कि मायावती चार बार मुख्यमंत्री बनने के बाद भी दलितों को गुलाम समझती हैं। वह मनुवादी व्यवस्था से भी ऊपर हैं। उन्होंने कहा कि दलितों के हीरो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही हैं। प्रधानमंत्री ने ही दलितों को आवास, विद्युत कनेक्शन, शौचालय व गैस सिलेंडर की सुविधा दी। एक सवाल के जवाब में कहा कि लोकसभा चुनाव में इस बार भी दलित भाजपा के साथ होगा।
फिलहाल आगरा से दावेदारी
इटावा लोकसभा सुरक्षित सीट से पत्नी मृदुला कठेरिया के दावेदारी के कयास पर एससीएसटी आयोग के अध्यक्ष ने विराम लगा दिया। उन्होंने कहा कि आगरा से ही उनकी दावेदारी है। दो जगह से चुनाव नहीं लड़ेंगे।