Move to Jagran APP

अवैध रूप से रखे 16 कंपनी मेड शस्त्र पकड़े गए

संवादसूत्र बकेवर नगर लखना में बीते सात साल से बंद तथा अनुज्ञापी का निधन होने के बावजूद शस्त्र

By JagranEdited By: Published: Mon, 10 May 2021 07:43 PM (IST)Updated: Mon, 10 May 2021 07:43 PM (IST)
अवैध रूप से रखे 16 कंपनी मेड शस्त्र पकड़े गए
अवैध रूप से रखे 16 कंपनी मेड शस्त्र पकड़े गए

संवादसूत्र, बकेवर : नगर लखना में बीते सात साल से बंद तथा अनुज्ञापी का निधन होने के बावजूद शस्त्र विक्रेता की दुकान पर अवैध रूप से रखे 16 कंपनी मेड शस्त्रों को प्रशासनिक अमले ने छापामार कार्रवाई करके कब्जे में लिया। इस कार्रवाई से यह भी स्पष्ट हुआ इतना गड़बड़झाला होने के बावजूद प्रशासन ने बीते सात सालों से इस ओर स्वत सुधि क्यों नहीं ली, यह कार्रवाई सूचना दिए जाने पर हुई।

loksabha election banner

त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के दौरान प्रत्येक थाना बार लाइसेंसी शस्त्रों के शत-प्रतिशत जमा करवाने का अभियान चलाया गया था जिसके तहत थाना बकेवर क्षेत्र में भी शस्त्र जमा करवाने की कार्रवाई की गई थी। कस्बा लखना में माहेश्वरी मुहाल मे स्थित शस्त्र विक्रेता मैसर्स पान कुंवर चौहान की दुकान जो वर्ष 2014 से बंद है और उनकी दुकान में काफी मात्रा में लाइसेंसी शस्त्र जमा हैं संभवत: दुकान मे कुछ शस्त्र ऐसे भी हैं जिनका कोई रिकार्ड नहीं है। यह जानकारी किसी ने डीएम-एसएसपी को दी जिनके आदेशानुसार उपजिलाधिकारी भरथना नम्रता सिंह, सीओ भरथना विजय सिंह, तहसीलदार भरथना ने टीम गठित कर दुकान खुलवा कर गहनता से छानबीन की। दुकान के लाइसेंस का नवीनीकरण भी नहीं करवाया गया, दुकान के अनुज्ञापी की भी मृत्यु हो चुकी है इस दशा मे दुकान पर शस्त्र रखे जाना विधि संगत नहीं है और आम सुरक्षा की ²ष्टि से भी सही नहीं है।

जब दुकान पर मौजूद शस्त्र जमा रजिस्टर को देखा गया तो उसमे कुल 15 शस्त्र ऐसे थे जो वर्ष 2002 से 2014 के मध्य दुकान पर जमा हुए लेकिन वे वापस नहीं गए। तब रजिस्टर विवरण के अनुसार मौजूदा शस्त्रों का मिलान किया तो मौके पर कुल 16 शस्त्र मिले, एक डबल बैरल बंदूक का विवरण रजिस्टर में नहीं मिला जो कि अवैध रूप से दुकान में मिली। दुकान में मौजूद कुल 16 शस्त्रों को कब्जे मे लिया गया और सभी शस्त्रों को थाना बकेवर के माल खाना मे रखवाया गया है। एसडीएम ने बताया कि अग्रिम कार्रवाई उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार की जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.