दिनभर काम ठप, शाम को मशाल लेकर विद्युत इंजीनियर सड़कों पर
शाम के वक्त आंदोलनकारी अभियंताओं ने मशाल जुलूस निकाला। अभियंता सरकार की नीतियों के विरोध में नारेबाजी भी कर रहे थे। यह जुलूस रेलवे रोड से जीटी रोड होते हुए कलक्ट्रेट तक पहुंचा जहां जिलाधिकारी को ज्ञापन भी दिया गया।
जासं, एटा : विद्युत विभाग के अभियंताओं ने कार्यालय से लेकर फील्ड तक दिनभर काम नहीं किया और काम का बहिष्कार करते रहे। शाम को यह अभियंता मशाल लेकर सड़कों पर उतर पड़े। नारेबाजी करते हुए शहर में जुलूस निकाला गया। अभियंताओं ने एलान किया है कि जब तक 15 सूत्रीय मांगें नहीं मानी जाएंगी तब तक वे आंदोलन जारी रखेंगे।
राज्य विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले अभियंताओं के विभिन्न संगठन लामबंद नजर आए। प्रदेशव्यापी आंदोलन के तहत मुख्य अभियंता कार्यालय पर कर्मचारियों ने दिन में विरोध सभा भी की। सभा में अधिशासी अभियंता एपी सिंह ने कहा कि अवर अभियंताओं पर काम का दबाव अधिक है, इस कारण व्यवहारिकता के लिए यह दबाव घटाया जाए। संघर्ष समिति के सचिव मनीष गोयल ने कहा कि अगर उत्पीड़नात्मक कार्रवाई नहीं रोकी जाती है तो आंदोलन निरंतर जारी रहेगा। जवाहर तापीय परियोजना के इंजीनियर भी कार्य बहिष्कार में शामिल रहे।
सहायक अभियंता भंडार अजीत कुमार ने कहा कि ऊर्जा निगमों में काम का बेहतर माहौल नहीं है। कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए पावर सेक्टर इम्पलाइज प्रोटेक्शन लागू किया जाए। शाम के वक्त आंदोलनकारी अभियंताओं ने मशाल जुलूस निकाला। अभियंता सरकार की नीतियों के विरोध में नारेबाजी भी कर रहे थे। यह जुलूस रेलवे रोड से जीटी रोड होते हुए कलक्ट्रेट तक पहुंचा, जहां जिलाधिकारी को ज्ञापन भी दिया गया। यह कार्य बहिष्कार अनिश्चितकालीन है। अभियंताओं द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में बिजली कर्मचारियों एवं अभियंताओं को समयबद्ध वेतनमान प्रदान करने, कैशलेस इलाज की सुविधा, समझौते के अनुसार कर्मचारियों को रियायती बिजली देने आदि की मांग की गई है।