गेहूं खरीद:1391 किसानों का लटका 10.76 करोड़ रुपये का भुगतान
क्रय केंद्रों पर बिकवाली के बावजूद अभी तक हाथ न आई कीमत पीएफएमएस प्रणाली से खातों में पहुंचने थी गेहूं की धनराशि
एटा, जासं। लॉकडाउन में किसानों की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। तमाम प्रयासों के बाद गेहूं की फसल घर पहुंचाई और सरकारी क्रय केंद्रों पर बिकवाली भी कर दी। हाल यह है कि अब तक किसी भी किसान को भुगतान नहीं मिल सका है। अब तक गेहूं क्रय केंद्रों पर बिकवाली कर चुके 1391 किसानों की 10.76 करोड़ की रकम लटक कर रह गई है।
यहां बता दें कि जैसे-तैसे 15 अप्रैल से शासन ने गेहूं खरीद शुरू कराई। जिले में किसानों को राहत देने के लिए 66 से बढ़ाकर 88 क्रय केंद्र बनाए गए। शुरू में गेहूं की बिकवाली धीमी रही, लेकिन एक सप्ताह से किसानों ने जरूरतों को पूरा करने के लिए गेहूं बिक्री करने में रुचि दिखाई। वहीं किसान पंजीकरण की प्रक्रिया भी तेज हो गई। क्रय केंद्रों पर गेहूं बेचने के लिए किसानों की उत्सुकता इसलिए और थी कि पहली बार पब्लिक फाइनेंस मैनेजमेंट सिस्टम (पीएफएमएस) द्वारा किसानों को 72 घंटे में अनाज का भुगतान सीधे उनके खातों में पहुंचने का आश्वासन दिया गया। इसी कारण पंजीकरण कराते हुए किसान गेहूं बेचते रहे। धीरे-धीरे अब तक जिले में 1391 किसान विभिन्न केंद्रों पर 10 करोड़ 76 लाख रुपये का गेहूं बेच चुके हैं, मगर भुगतान नहीं मिला किसान चक्कर लगा रहे हैं। जिले में 88 क्रय केंद्रों पर अब तक 7500 मीट्रिक टन खरीद लक्ष्य के सापेक्ष 1683 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा जा चुका है। जो कि लक्ष्य का 9:22 फीसद के लगभग है। किसानों के गेहूं का भुगतान इस बार केंद्र सरकार के निर्देश पर पीएफएमएस प्रणाली से होना है। शुरुआती दौर में कुछ तकनीकी समस्याओं के कारण भुगतान नहीं हो पाया है। जल्दी ही व्यवस्था सुचारू होने के बाद किसानों को 72 घंटे में सीधे उनके खातों में पूरा भुगतान प्राप्त होगा।
नंदकिशोर, जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी
- क्रय केंद्र पर गेहूं बिक्री किए 10 दिन हो चुके, लेकिन अभी भुगतान नहीं मिला। जबकि तीन दिन में भुगतान मिलने को कहा गया था।
मुनेश पाल
- फसल की कटाई मड़ाई कर जल्दी गेहूं इसलिए बेचा कि कर्•ा का चुकता हो जाएगा, लेकिन सिवाय परेशानी के अब तक कुछ भी राहत नहीं मिल पाई है।
निहाल सिंह
- गेहूं के भुगतान के लिए बताया जा रहा है कि कुछ समस्या है। यह तो सिर्फ परेशानी बढ़ाने जैसी बात है, खरीद में अव्यवस्था हावी है।
दिगंबर लाल
- गेहूं घर में लाकर रख दिया है। यदि केंद्रों पर भुगतान का यही हाल रहा तो मंडी जाना ही ज्यादा बेहतर होगा, ताकि भुगतान नगद और जल्दी मिलेगा।
राजेंद्र शर्मा जिले में अब तक गेहूं खरीद की स्थिति:
कुल क्रय केंद्र-88
संचालित क्रय केंद्र-88
गेहूं खरीद का निर्धारित लक्ष्य-60500 मीट्रिक टन
अब तक क्रय केंद्रों पर हुई खरीद-1683 मीट्रिक टन
खरीदे गए गेहूं की कुल धनराशि-1076.11 लाख
किसानों को भुगतान की अवशेष धनराशि-1076.11 लाख