अंतरिक्ष तकनीक से जल शक्ति अभियान को मिलेगी गति
एटा जासं। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल शक्ति अभियान को अंतरिक्ष तकनीक से गति मिलेगी। इसके लिए इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) के वैज्ञानिकों ने यहां पहुंचकर अधिकारियों को जानकारी दी।
एटा, जासं। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल शक्ति अभियान को अंतरिक्ष तकनीक से गति मिलेगी। इसके लिए इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) के वैज्ञानिकों ने यहां पहुंचकर अधिकारियों को जानकारी दी।
शनिवार शाम को इसरो की टीम यहां पहुंची। कलक्ट्रेट में प्रशासनिक व अन्य अधिकारियों संगठ बैठक के दौरान जल शक्ति अभियान में अंतरिक्ष तकनीक के इस्तेमाल पर चर्चा की। प्रादेशिक केंद्र नार्थ के हैड डॉ. वीएम चौधरी ने अभियान में इसरो द्वारा किए गए प्रयासों के बारे में जानकारी दी। बताया कि इसरो ने इस अभियान के लिए सेटेलाइट डेटा और अन्य संबंधित डेटा को लेकर नक्शा तैयार किए हैं, जिनसे जल शक्ति अभियान के लिए योजना बनाने में सहायता मिलेगी। वरिष्ठ वैज्ञानिक खुशबू मिर्जा ने भुवन पोर्टल के बारे में जानकारी दी और उसको प्रयोग करने के लिए डेमो दिया। वैज्ञानिक आकाश गोयल और शंकर राम ने इसरो द्वारा जेनरेट किए गए नक्शों और उपयोग करने की जानकारी दी। ये नक्शे मृदा बनावट, जल संरक्षण परिसंपत्तियां, माइक्रो वाटर शेड एंड ड्रेनेज मैप, भूजल स्तर जल निकाय और जल निकासी, संभावित खेत-तालाब क्षेत्र, लैंड यूज लैंड कवर, भूजल संभावनाएं और भूजल स्तर आदि के हैं। इसके साथ ही इसरो की टीम ने डीएम सुखलाल भारती को नक्शे की प्रिटेड कापी और सीडी हैंडओवर की। डीएम ने इन नक्शों का अभियान में अधिकतम उपयोग करने के निर्देश अधीनस्थ अधिकारियों को दिए। बैठक में एडीएम प्रशासन केपी सिंह, सीएमओ डॉ. अजय अग्रवाल, डीडीओ एसएन सिंह कुशवाह, डीसी मनरेगा पीसी यादव, अधिशासी अभियंता जल निगम एएस भाटी, अधिशासी अभियंता सिचाई अजय कुमार भारती, बीएसए संजय कुमार शुक्ल, डीपीआरओ रतन कुमार आदि संबंधित अधिकारी मौजूद थे।