गांव की सरकार-गलियों में जलभराव और टूटी सड़कें बनीं दूल्हापुर की पहचान
आधे गांव में विद्युत आपूर्ति ही शुरू नहीं हो पायी ग्राम पंचायत में अभी और विकास की दरकार गांव में नहीं बना पंचायत भवन और ओवरहेड टैंक
जासं, एटा: गलियों में जलभराव और टूटी हुई सड़कें दूल्हापुर गांव की पहचान बन गई हैं। सरकारी स्कूल को जाने वाला मार्ग जलभराव के कारण बंद रहता है। छोटे बच्चे स्कूल पहुंचने के लिए दूसरे रास्ते से जाने को विवश हैं। पेयजल के लिए वर्षो बाद भी गांव में ओवरहेड टैंक का निर्माण नहीं हो सका है। आधे गांव में बिजली आपूर्ति भी शुरू नहीं हो सकी है।
दो हजार की आबादी वाली ग्राम पंचायत दूल्हापुर में प्रधानों की सरकार बदलती रही मगर विकास कार्य की रफ्तार तेजी नहीं पकड़ सकी। सालों पुराने जर्जर खडं़जे से लोग आज भी गुजरने को मजबूर हैं। गांव के अधिकांश लोगों को व्यक्तिगत शौचालय का लाभ भी नहीं मिला है। पंचायत में ज्यादातर लोगों को शौचालय निर्माण की किस्त भी नहीं मिली है। इसके साथ ही आधे गांव में विद्युतीकरण होने के बाद भी बिजली की आपूर्ति शुरू नहीं हो सकी है। लोगों के दरवाजे पर मीटर टंगे हैं। आपूर्ति सुचारू न होने के कारण लोग परेशान हैं। मनरेगा में भी लोगों को बहुत कम रोजगार दिलाया गया है। पांच साल से लगातार शौचालय के लिए प्रयास किया गया। बावजूद इसके शौचालय नहीं मिल सका है। गली निर्माण में भी गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया है।
---विनोद कुमार ग्राम पंचायत में सभी प्रकार के विकास कार्य कराए गए हैं। इससे पहले दूसरे मजरा के प्रधान थे, जिन्होंने विकास को लेकर कोई ध्यान नहीं दिया था।
-राजवीर स्कूल जाने वाले मार्ग पर जलभराव है। इससे बच्चे लंबे रास्ते से होकर पहुंचते हैं। खेतों पर जाने के लिए लोगों को पानी से होकर गुजरना पड़ता है। विद्युत कटौती से लोग परेशान हैं।
-रामप्रकाश गांव में अधिकांश मार्गाें पर जलभराव है। कुछ सड़कों का ही निर्माण हुआ है उसमें गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया। गांव में बने अधिकांश शौचालयों का सही तरीके से प्रयोग नहीं हो रहा है। फर्जी तरीके से मनरेगा में जाब कार्ड बनवाकर लोगों के खाते से रुपये निकाले जा रहे हैं। प्रधान ने चहेते लोगों के घरों को जाने वाली गलियों में ही सड़क निर्माण कराया है। विकास कार्य के नाम पर कोई बड़े काम नहीं हुए ।
---विमलेश देवी, चुनाव में दूसरे स्थान पर रहीं। सबसे अधिक विकास कार्य मेरे कार्यकाल में हुए हैं। बिना किसी भेदभाव के पंचायत में विकास कार्य कराए गए हैं। सभी पात्र लोगों को आवास और शौचालय दिलाए गए हैं। पंचायत भवन निर्माण के लिए प्रयास किया गया था। मगर बजट मुहैया न होने के कारण निर्माण कार्य नहीं हो सका है। सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराकर लोगों को उसका लाभ दिलाया जा रहा है।
-रजनीदेवी, निवर्तमान प्रधान
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2000-कुल आबादी
1025-कुल वोटर
725-पुरुष वोट
300-महिला वोट
200-शौचालय
10-पेंशन
300-सम्मान निधि
25-कुल हैंडपंप प्रमुख समस्याएं
- पेयजल के लिए ओवरहेड टैंक का अभाव
- गलियों में जलभराव से परेशान लोग
- आधे गांव में शुरू नहीं हुई बिजली सप्लाई
- पंचायत भवन न होने से खुली बैठक में परेशानी