मानदेय वृद्धि के बावजूद नाखुश आंगनबाड़ी कार्यकर्ता
बोलीं सरकार ने नहीं किया अपना वादा पूरा सिर्फ प्रोत्साहन राशि देकर किया है गुमराह
जासं, एटा : काफी समय से चली आ रही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा मानदेय वृद्धि की मांग के अनुरूप सरकार ने प्रोत्साहन राशि के रूप में मानदेय बढ़ा दिया है। इसके बावजूद कार्यकर्ता खुश नहीं हैं। वृद्धि को काम के सापेक्ष नाकाफी बता रही है। उनका कहना है कि सरकार ने अपना वादा पूरा न कर सिर्फ गुमराह कर दिया है।
यहां बता दें कि केंद्र तथा योगी सरकार में कई साल पहले आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाने का आश्वासन दिया था। आंगनबाड़ी संगठन कम से कम 10 हजार रुपये प्रति माह की उम्मीद किए थे। अब हाल ही में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के लिए 1500 रुपये प्रतिमाह तथा सहायिकाओं के लिए 750 रुपया की वृद्धि प्रोत्साहन राशि के रूप में की गई है। मिनी आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता को 1250 रुपया प्रोत्साहन दिया है। जिले में प्रोत्साहन राशि का लाभ लगभग 3200 वर्कर्स को मिलेगा। आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष धनदेवी का कहना है कि संगठन अभी भी मांगों के लिए संघर्ष करेगा। डीपीओ संजय सिंह का कहना है कि आंगनबाड़ी वर्कर्स को प्रोत्साहन राशि से उनका उत्साह बढ़ेगा और योजनाओं का क्रियान्वयन बेहतर होगा।
बढ़ाई गई धनराशि प्रोत्साहन राशि है। हमारी मांग मानदेय वृद्धि को लेकर थी। पहले भी इसी तरह का धोखा किया गया। सरकार को मानदेय पर विचार करना चाहिए।
- निशा यादव विभाग ने घटिया मोबाइल देकर आनलाइन रिपोर्टिंग शुरू कर दी और रीचार्ज के लिए कोई धनराशि नहीं दी। मजबूरी में खुद मोबाइल खरीद काम करना पड़ रहा है। वादा के अनुरूप मानदेय बढ़ाया जाए।
- सुमन लता एक ओर सरकार स्कूलों की तरह प्री प्राइमरी कक्षाएं शुरू कराने की तैयारी कर रही है और ऐसे में मामूली धनराशि बढ़ाकर हमदर्दी का एहसास करा रही हैं। सम्मानजनक मानदेय मिले।
- अनीता तोमर सरकार द्वारा प्रोत्साहन राशि देने का निर्णय प्रशंसनीय है, लेकिन जरूरी यह है कि मानदेय 10 हजार मासिक करते हुए अन्य मांगों पर भी गौर किया जाए।
- विजय लक्ष्मी