रुद्राभिषेक से दूर होती हैं परेशानियां
एटा जासं। फाल्गुन मास में आने वाली महाशिवरात्रि और प्रदोष काल के साथ भगवान शिव का विशेष अनुग्रह सावन के महीने में श्रद्धालुओं को प्राप्त होता है। इस माह में भगवान भोलेनाथ को पूजन के लिए हर तबके के लोग अपनी कांवड़ लेकर निकल पड़ते हैं। हर व्यक्ति के अपने अपने पूजन के तरीके हैं। जिनके माध्यम से वह बाबा को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं। ऐसे में बाबा को प्रसन्न करने का रामबाण उपाय है रुद्राभिषेक। इसको करने से व्यक्ति अपनी सभी मनोकामनाओं को प्राप्त कर लेता है।
एटा, जासं। फाल्गुन मास में आने वाली महाशिवरात्रि और प्रदोष काल के साथ भगवान शिव का विशेष अनुग्रह सावन के महीने में श्रद्धालुओं को प्राप्त होता है। इस माह में भगवान भोलेनाथ को पूजन के लिए हर तबके के लोग अपनी कांवड़ लेकर निकल पड़ते हैं। हर व्यक्ति के अपने अपने पूजन के तरीके हैं। जिनके माध्यम से वह बाबा को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं। ऐसे में बाबा को प्रसन्न करने का रामबाण उपाय है रुद्राभिषेक। इसको करने से व्यक्ति अपनी सभी मनोकामनाओं को प्राप्त कर लेता है।
शिव पुराण के मुताबिक रुद्राभिषेक में मनोकामना के अनुसार अलग- अलग वस्तुओं का प्रयोग किया जाता है। जैसे घी की धारा से अभिषेक करने से वंश में वृद्धि होती है। नि:संतान दंपतीयों को इसे अनिवार्य रूप से करना चाहिए। गन्ने के रस से अभिषेक करने से अभिषेक करने वाले व्यक्ति के ऊपर अगर कोई ग्रह जनित दुर्योग बना होता है तो वह दूर होता है। मीठा डालकर गाय के दूध से अभिषेक करने से भगवान शंकर माता सरस्वती मां की कृपा को प्रदान कराते हैं। इसी प्रकार शहद से अभिषेक कराने से पुरानी बीमारियां दूर होती है। इसके साथ ही भस्म से अभिषेक करने से इंसान को मुक्ति और मोक्ष की प्राप्ति होती है। शास्त्रों के मुताबिक शत्रुओं के नाश के लिए कड़वे तेल से बाबा का अभिषेक किया जा सकता है।
- भागवताचार्य नारायण दास दीक्षित