गायत्री महायज्ञ में हजारों श्रद्धालुओं ने दी पूर्णाहुति
नगर के गौतम बुद्ध महाविद्यालय में चल रहे 51 कुंडीय महायज्ञ का बुधवार को पूर्णाहुति के साथ समापन हो गया। इससे पूर्व हजारों श्रद्धालुओं ने यज्ञ भगवान को पूर्णाहुति देकर श्रेष्ठ कर्म करने का संकल्प लिया। शांतिकुंज के आचार्यों ने संस्कारों की महत्ता बताई। वहीं आयोजित कार्यक्रम में प्राकृतिक चिकित्सा से रोग निदान को भी जागरूक किया गया।
एटा, जागरण संवाददाता: नगर के गौतम बुद्ध महाविद्यालय में चल रहे 51 कुंडीय महायज्ञ का बुधवार को पूर्णाहुति के साथ समापन हो गया। इससे पूर्व हजारों श्रद्धालुओं ने यज्ञ भगवान को पूर्णाहुति देकर श्रेष्ठ कर्म करने का संकल्प लिया। शांतिकुंज के आचार्यों ने संस्कारों की महत्ता बताई। वहीं आयोजित कार्यक्रम में प्राकृतिक चिकित्सा से रोग निदान को भी जागरूक किया गया।
गायत्री महायज्ञ में सम्मिलित होने के लिए अंतिम दिन हजारों श्रद्धालु तहसील अलीगंज व आसपास के क्षेत्रों से पहुंचे पूर्व संध्या 11 सौ से अधिक दीपक जलाकर दीप यज्ञ किया गया। पूर्णाहुति में भागेदारी के लिए श्रद्धालु उत्साहित थे। आचार्य राजकुमार भ्रगू ने संस्कारों की महत्ता बताते हुए जीवन को संस्कारवान बनाने की बात कही। आचार्य शुभम श्रीवास्तव ने ज्ञान गंगा नहा ले मन मेरे भजन से पंडाल में श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्राकृतिक चिकित्सा व जीवन शैली पर विशेषज्ञ राजू जैथी ने बताया कि यदि प्रतिदिन योग व्यायाम के साथ-साथ खान-पान को शुद्ध बनाया जाए तो विभिन्न प्रकार के रोग दूर हो सकते हैं। उन्होंने कई उदाहरणों के जरिए दवाओं से खर्चों से बचने के लिए प्राकृतिक चिकित्सा को बेहतर बताया। महायज्ञ में मुख्य रूप से रामप्रकाश गुप्ता शरद, सुनील कुमार गुप्ता, प्रमोद कुमार वर्मा, रामनिवास सक्सेना, सुरेंद्र सिंह चौहान, हरप्रसाद शाक्य, करण पाल, अभिलाष सिंह, हीरालाल, अरुण कुमार, नरेंद्र कुमार गुप्ता, लालजी, महेश चंद्र पालीवाल, सुजीत गुप्ता, कृष्ण मुरारी प्रधान, हरिओम श्रीवास्तव, रामा देवी, रेखा देवी, शशि गुप्ता, राधा गुप्ता, रेनू गुप्ता, चंचल गुप्ता, ब्रजवाला सक्सेना, सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। इस मध्य शांतिकुंज प्रतिनिधियों व पुलिस अधिकारी, कर्मियों को सम्मानित किया गया।