तालाब की जमीन को पाट कर बनवा दिया शौचालय
जलेसर, जासं। अवागढ़ रियासत के सागरताल पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश को धता बता स्वरूप बदलने का काम शुरू कर दिया गया है। पहले यहां सामुदायिक शौंचालय का निर्माण करा दिया गया। अब मिट्टी का भराव कराकर बरातघर का निर्माण शुरू करा दिया गया है।
जलेसर, जासं। अवागढ़ रियासत के सागरताल पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश को धता बता स्वरूप बदलने का काम शुरू कर दिया गया है। पहले यहां सामुदायिक शौंचालय का निर्माण करा दिया गया। अब मिट्टी का भराव कराकर बरातघर का निर्माण शुरू करा दिया गया है।
नगर के मुहल्ला नगला रामबक्ष व राजीव नगर क्षेत्र में अवागढ़ रियासत के गाटा संख्या 2460 व 2461 में सागरताल दर्ज है। यह स्थानीय नगर पालिका के प्रबंधन में है। बीते दिनों पालिका ने सागरताल पर सुलभ शौचालय का निर्माण कराकर उसका स्वरूप परिवर्तित कर दिया। अब मिट्टी का भराव कराकर बरातघर की आधारशिला भी रख दी है। मामले की शिकायत हाथरस जिले की ढडौली ग्राम पंचायत की प्रधान मंजू ¨सह ने 10 अगस्त को तहसील दिवस में की। जिस पर तहसील के अधिकारियों ने तालाब को कब्जामुक्त दिखा कर निस्तारण कर दिया। बाद में मामले की फिर शिकायत की गई है। प्रधान का आरोप है कि यह पूरा खेल नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी की मिलीभगत से हो रहा है। कार्रवाई के बजाए जिला प्रशासन उनका बचाव कर रहा है, निष्पक्ष जांच नहीं की जा रही है।
तहसीलदार-लेखपाल की रिपोर्ट में मतभेद
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शिकायत की जांच रिपोर्ट में लेखपाल व राजस्व निरीक्षक ने कहा है कि सागरताल में पालिका द्वारा बरातघर निर्माण के लिए मिट्टी डलवाने का कार्य किया जा रहा था, जिसे रुकवा दिया गया है। जबकि इसके उलट तहसीलदार विजय कुमार छत्रपति ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि सागरताल में कोई ईंट-मिट्टी डाली ही नहीं गई है।
वर्जन
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तालाब के स्वरूप में किसी प्रकार का बदलाव किए बगैर सुंदरीकरण का कार्य कराया जाएगा। इसमें नियम-मानक का पूरा ध्यान रखा जाएगा। अभी कार्य का टेंडर नहीं हुआ है। पूर्व में हुआ शौचालय का निर्माण तालाब से काफी दूर है।
- लोकेंद्र ¨सह, ईओ जलेसर नपा