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मशाल लेकर प्रेरणा एप के विरोध में सड़कों पर उतरे शिक्षक

एटा जासं। प्रेरणा एप के विरोध में सोमवार को शिक्षक-शिक्षिकाओं का आक्रोश सड़कों पर भी दिखा। शिक्षक संगठनों ने संयुक्त रूप से हाथों में मशाल थाम विरोध प्रदर्शन किया। जिलेभर से मुख्यालय पर जुटे शिक्षक-शिक्षिकाओं ने सरकार के प्रेरणा संबंधी फरमान पर आपत्ति जताते हुए नारेबाजी की। इस दौरान शिक्षक नेताओं ने एक स्वर में एलान किया कि कोई भी शिक्षक न एप को डाउनलोड करेगा और न ही उसके जरिए अपनी उपस्थिति भेजेगा।

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Sep 2019 12:38 AM (IST)Updated: Tue, 17 Sep 2019 06:31 AM (IST)
मशाल लेकर प्रेरणा एप के विरोध में सड़कों पर उतरे शिक्षक
मशाल लेकर प्रेरणा एप के विरोध में सड़कों पर उतरे शिक्षक

एटा, जासं। प्रेरणा एप के विरोध में सोमवार को शिक्षक-शिक्षिकाओं का आक्रोश सड़कों पर भी दिखा। शिक्षक संगठनों ने संयुक्त रूप से हाथों में मशाल थाम विरोध प्रदर्शन किया। जिलेभर से मुख्यालय पर जुटे शिक्षक-शिक्षिकाओं ने सरकार के प्रेरणा संबंधी फरमान पर आपत्ति जताते हुए नारेबाजी की। इस दौरान शिक्षक नेताओं ने एक स्वर में एलान किया कि कोई भी शिक्षक न एप को डाउनलोड करेगा और न ही उसके जरिए अपनी उपस्थिति भेजेगा।

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पूर्व निर्धारित मशाल जुलूस प्रदर्शन को लेकर शाम को शहीद पार्क में जिलेभर के शिक्षक-शिक्षिकाएं जुटना शुरू हो गए। भले ही जिले के शिक्षक संगठनों और पदों से जुड़े पदाधिकारी भी इस बीच थे, लेकिन सभी एक मंच पर सरकार के विरुद्ध लामबंद नजर आए। शहीद पार्क में प्राथमिक शिक्षक, संघ जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ, अटेवा, प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक एसोसिएशन एससी-एसटी महासंघ आदि संगठनों की सहभागिता से आंदोलन और तेज होता नजर आया। शाम को 5 बजे मशाल जुलूस सरकार के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए शहीद पार्क से जीटी रोड पर कूच कर गया। आंदोलन को शिक्षिकाएं भी धार देते हुए संघर्ष में आगे दिखीं। विभिन्न मार्गों से होते हुए जुलूस कलक्ट्रेट पहुंचा। यहां शिक्षक नेताओं ने सामूहिक रूप से कहा कि प्रेरणा एप के माध्यम से उपस्थिति किसी भी कीमत पर मंजूर नहीं है। गूगल के माध्यम से शिक्षक की निगरानी करना निष्ठा का उल्लंघन है। यदि सरकार सुधार चाहती है तो स्कूलों में बायोमैट्रिक मशीन लगवाकर उपस्थिति ले सकती है। शिक्षकों की समस्याओं का सालों बाद भी कोई निराकरण नहीं हो सका है।

शिक्षिकाओं ने कहा कि सरकार संरक्षित डाटा के दुरुपयोग को लेकर कोई गारंटी नहीं ले रही। इस मध्य सभी ने एप डाउनलोड न करने व उपस्थिति न देने का एलान किया। अंत में शिक्षक संघों के रजनीश यादव, लोकपाल सिंह, देवेंद्र सिंह यादव, अनुराग यादव, राहुल कुमार, वीरपाल सिंह आदि ने मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा। इस दौरान शशिकांत शर्मा, जितेंद्र सिंह लालू, विवेक यादव, ललित यादव, राहुल यादव, सौरभ मिश्रा, बंटी यादव, गीता शाक्य, रेनू यादव, मधुबाला, अर्चना पचौरी, सुधा कुमारी, रश्मि यादव, नवनीत यादव, मनोज यादव पीटीआई, जयंत मौर्य, अखंड प्रताप, प्रशांत पचौरी, श्यामू दुबे, अनीता, रश्मि यादव, संगीता, अर्चना पचौरी आदि बड़ी संख्या में शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद थे।


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