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मॉडल एक्ट के विरोध में गल्ला मंडी में हड़ताल शुरू

गल्ला मंडी में व्यापारियों ने हड़ताल शुरू कर दी। यह व्यापारी मॉडल

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 Sep 2020 06:23 AM (IST)Updated: Tue, 22 Sep 2020 06:23 AM (IST)
मॉडल एक्ट के विरोध में गल्ला मंडी में हड़ताल शुरू
मॉडल एक्ट के विरोध में गल्ला मंडी में हड़ताल शुरू

एटा, जागरण संवाददाता : गल्ला मंडी में व्यापारियों ने हड़ताल शुरू कर दी। यह व्यापारी मॉडल एक्ट 2020 का विरोध कर रहे हैं। व्यापारियों ने मंडी में प्रदर्शन किया और प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा। इस दौरान गल्ला मंडी पूरी तरह बंद रही।

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गल्ला व्यापारियों ने हड़ताल की घोषणा पहले ही कर दी थी। इसके बाद सोमवार को सुबह से ही व्यापारियों ने अपनी दुकानें नहीं खोलीं। दोपहर के वक्त व्यापारी मंडी में एकत्रित हुए और नारेबाजी करते हुए मंडी सचिव के दफ्तर पर पहुंचे, जहां खाद्यान्न व्यापार समिति के अध्यक्ष प्रतीक गुप्ता ने कहा कि मॉडल एक्ट लागू होने से बड़ी कंपनियां और उद्योगपति कहीं भी जमीन लेकर मंडी स्थापित कर सकते हैं। जिसका गल्ला मंडी के व्यापारियों पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। किसानों को मानक के अनुरूप उनकी उपज का लाभ नहीं मिलेगा। मनमाने तरीके से किसानों का शोषण होता रहेगा। गल्ला मंडी में 850 व्यापारी लाइसेंसधारक हैं, हर दुकान पर मुनीम और पल्लेदार भी रहते हैं, इनकी रोजी-रोटी पर भी असर पड़ेगा। मॉडल अधिनियम लागू होने से मंडी परिसर में व्यापारियों को होने वाली आय खत्म हो जाएगी। जब राजस्व नहीं मिलेगा तो मंडी का विकास भी नहीं हो सकेगा। व्यापारी नेता मुकेश वर्मा ने कहा कि मॉडल एक्ट किसानों और मंडी व्यापारियों के हित में नहीं है, इसके लागू होने से व्यापारी सड़क पर आ जाएंगे। व्यापारी नेता रत्नाकर गुप्ता ने कहा कि टैक्स में भी भेदभाव किया जा रहा है, जबकि समान टैक्स होना चाहिए। इस दौरान एक ज्ञापन भी प्रशासनिक अधिकारी को दिया गया। हड़ताल में मंडी के दोनों गुट शामिल रहे। मिश्रा गुट के हरीश गुप्ता ने हड़ताल का आह्वान किया था, जिसे कंछल गुट ने भी समर्थन दे दिया और खाद्यान्न व्यापार समिति भी आगे आ गई। 26 तक रहेगी हड़ताल

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गल्ला मंडी में हड़ताल 26 सितंबर तक चलेगी। इस दौरान गल्ला की खरीद-फरोख्त नहीं होगी। किसानों से पहले ही कह दिया गया था कि वे अपना माल लेकर मंडी में न आएं। इसका असर भी देखा गया। पूरे दिन किसान गल्ला मंडी में नहीं दिखाई दिए, यहां तक कि पल्लेदार तक नहीं थे।


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