अव्यवस्थाओं का हाल, किसानों को भुगतान का मलाल
केंद्र-1 मारहरा कस्बा स्थित साधन सहकारी समिति के केंद्र पर दो दिन से बारदाना नहीं है। प
केंद्र-1 मारहरा: कस्बा स्थित साधन सहकारी समिति के केंद्र पर दो दिन से बारदाना नहीं है। पंजीकरण करा चुके किसान लौट रहे हैं। गेहूं की तुलाई बंद होने की स्थिति में केंद्र पर सुनसान बना हुआ है। सचिव नेम सिंह वर्मा ने बताया कि बारदाना मिलते ही खरीद शुरू कर दी जाएगी। केंद्र पर किसानों के लिए सैनिटाइजर जैसी व्यवस्थाएं मिली।
केंद्र-2 पुन्हेरा, अवागढ़: सुबह 11 बजे क्रय केंद्र पर सन्नाटा था। कोई किसान भी मौजूद नहीं मिला। अंदर कमरे में केंद्र प्रभारी कागजी काम निपटा रहे थे। वहीं उसी कक्ष में खुले बोरों में गेहूं भरा रखा था। पल्लेदार भी नहीं थे। बताया गया बारदाना नहीं है। नीले रंग का धागा न मिलने से बोरों की सिलाई भी नहीं हुई। किसानों से कहा गया है बारदाना आने पर सूचना दी जाएगी। जासं, एटा: लॉकडाउन के हालात में गेहूं खरीद को एक पखवाड़ा गुजर चुका है। किसानों को राहत के दावों के मध्य क्रय केंद्रों पर कहीं बारदाना उपलब्ध न होने जैसी अव्यवस्थाएं परेशान किए हैं। वहीं खरीद भी प्रभावित हो रही है। दूसरी ओर गेहूं बिक्री के बाद भुगतान समय से न मिलने का काफी किसानों को मलाल है। प्रशासन ने दो नए केंद्र और खोल केंद्रों की संख्या अब 90 की है, लेकिन जिले में क्रय एजेंसियों 15 दिनों में भी खरीद लक्ष्य को 20 फीसद के नजदीक ही पहुंचा सकी है।
यहां बता दें कि गेहूं की मड़ाई का काम भी अब अंतिम चरण में है। ऐसे में किसान जरूरत के मुताबिक फसल बेचने में रुचि दिखाने लगे हैं। आर्थिक समस्याओं को लॉकडाउन के हालात में दूर करने के लिए वह क्रय केंद्रों की ओर दौड़ लगा रहे हैं। हालांकि किसानों का गेहूं जल्द से जल्द खरीदने के लिए सरकारी क्रय केंद्र बढ़ाए गए हैं, लेकिन शुरुआती दौर में ही बारदाना की किल्लत और जिम्मेदारों की मनमानी किसानों को मिलने वाली राहतों में आड़े आ रही है। 15 अप्रैल को शुरू हुए क्रय केंद्र पखवाड़े भर में 60500 मीट्रिक टन के लक्ष्य के सापेक्ष 19, 17 फीसद लक्ष्य पूरा कर सके हैं। जबकि बिकवाली के लिए इच्छुक किसान 4500 से ज्यादा पंजीकरण करा चुके हैं। यह बोले किसान
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- 10 दिन पहले गेहूं बेचने के लिए पंजीकरण कराया, लेकिन अभी गेहूं की तुलाई की सूचना नहीं मिली। पता किया तो अभी बारदाना न होने और बारदाना आने पर तुलाई का आश्वासन मिला है। सत्येंद्र सिंह
- कुछ खरीद प्रभारी अपने चहेतों को घर पर गेहूं भरकर लाने के लिए बारदाना बांट रहे हैं। अन्य किसानों से बारदाना न होने की बात कहकर मना कर दिया जाता है। वीरेंद्र सिंह चौहान -------
अब 90 केंद्रों पर गेहूं खरीद कराई जा रही है। बारदाना पर्याप्त है। जहां बोरा न होने की बात की जा रही है, वहां संबंधित एजेंसी की जवाबदेही होगी।
नंदकिशोर, जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी एटा गेहूं खरीद के प्रथम पखवाड़े का फैक्ट फाइल
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कुल गेहूं क्रय केंद्र - 90
संचालित गेहूं क्रय केंद्र - 90
गेहूं खरीद का निर्धारित लक्ष्य - 60500 मीट्रिक टन
अब तक क्रय केंद्रों पर हुई खरीद - 11601 मीट्रिक टन
खरीदे गए गेहूं की कुल धनराशि - 4476 लाख
किसानों को किया गया अब तक भुगतान -2233 लाख
किसानों को भुगतान की अवशेष धनराशि - 2188.54 लाख
गेहूं बेचने वाले अब तक किसानों की संख्या - 2601