दरगाह कमेटी के पदाधिकारियों के अब तक 120 फर्जी बैनामा मिले
दो दिन बाद बड़ी कार्रवाई की तैयारी शत्रु संपत्तियों पर पाए जा रहे अवैध कब्जे
जासं, एटा: दरगाह कमेटी के पदाधिकारियों द्वारा बेची गई सरकारी जमीन के अब तक 120 फर्जी बैनामा प्रशासन को मिल चुके हैं, जबकि अभिलेख खंगाले जा रहे हैं और उम्मीद यह है कि बैनामा की संख्या और ज्यादा बढ़ सकती है। उधर, सभी पदाधिकारी फरार हैं।
बड़े मियां दरगाह कमेटी के पदाधिकारियों के खिलाफ दरगाह पर आने वाले चढ़ावे के 99 करोड़ रुपये के गबन और फर्जी बैनामा कर सरकारी जमीन बेचने के मामले दर्ज हैं। पदाधिकारियों की संख्या नौ है। आरोपितों ने पदाधिकारियों के रिश्तेदार और नजदीकी लोग अलग से शामिल हैं। एक सप्ताह पूर्व फर्जी बैनामों की संख्या 80 तक पहुंच गई थी, लेकिन जैसे-जैसे अभिलेख खंगाले जा रहे हैं वैसे ही संख्या बढ़ती जा रही है। खंगालने का काम अभी भी जारी है इसलिए प्रशासन को यह अंदेशा है कि अभी कुछ और शत्रु संपत्तियां निकलकर सामने आ सकती हैं, जिन पर अवैध कब्जा करने के बाद इन्हें बेचा गया। प्रशासन ने पिछले दिनों शत्रु संपत्तियों पर बने अवैध निर्माण को ढहा दिया था। एक शोरा फैक्ट्री भी ढेर कर दी गई थी। तमाम झुग्गी-झोंपड़ियां हटवाईं और मकान भी ढहा दिए। हालांकि अभी रिहायशी इलाके में बने दर्जनों मकानों पर कार्रवाई होना बाकी है, जहां मकान मालिकों को प्रशासन ने नोटिस दे दिए हैं कि वे या तो अवैध कब्जा खुद हटा लें, वरना बुलडोजर चलना तय है।
प्रशासन ने 115 मकान मालिकों को नोटिस जारी किए थे। कस्बा के मुहल्ला हथौड़ा, सादात और किला में खलबली की स्थिति है। लोग खुद दरगाह कमेटी के पदाधिकारियों के खिलाफ शिकायतें लेकर अधिकारियों के पास पहुंच रहे हैं। इन शिकायतों में कहा जा रहा है कि कमेटी के पदाधिकारियों ने गुमराह करके उन्हें सरकारी संपत्ति बेच दी और वे फंस गए। इस आधार पर अब तक आठ एफआइआर पदाधिकारियों के विरुद्ध दर्ज हो चुकी हैं। एसडीएम अलंकार अग्निहोत्री ने बताया कि दो दिन बाद बड़ी कार्रवाई की जा सकती है। नगर पालिका की टीम को सतर्क कर दिया गया है। कार्रवाई से पहले सभी तैयारियां पूरी करने को कहा है।