प्रशासन के खिलाफ तहसील में नारेबाजी
जागरण संवाददाता,(एटा) अलीगंज: ग्रामीण न्यायालय प्रस्ताव के विरोध को लेकर सही ढंग से बात नहीं सुने जाने पर वकील भडक गए।
जागरण संवाददाता,(एटा) अलीगंज: ग्रामीण न्यायालय प्रस्ताव के विरोध को लेकर सही ढंग से बात नहीं सुने जाने पर वकील भड़क गए। तहसील परिसर में जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर डाली।
अलीगंज ग्रामीण न्यायालय की स्थापना के लिए ससुतिया जगदीश की जमीन का प्रस्ताव एसडीएम ने भेजा है। बार एसोसिएशन इसके विरोध में है। इसे लेकर वकील छह दिनों से एसडीएम कोर्ट का बहिष्कार कर रहे हैं। मंगलवार को संपूर्ण समाधान दिवस में अपनी बात रखने के लिए अधिवक्ता पहुंचे। जहां बार अध्यक्ष मुनीश्वर दयाल दुबे व अन्य पदाधिकारियों और अधिवक्ताओं को लंबा इंतजार कराया गया। दो घंटे बाद संपूर्ण समाधान दिवस के समापन पर एडीएम वित्त एवं राजस्व महेश चंद्र शर्मा बाहर निकलकर आए। वकीलों का ज्ञापन तो ले लिया लेकिन उनकी पूरी बात सुने बिना गाड़ी में बैठकर जाने लगे। इसे लेकर वकील आक्रोशित हो उठे और एडीएम व एसडीएम के खिलाफ नारेबाजी कर दी। अध्यक्ष ने बताया कि बार एसोसिएशन को संज्ञान में लाए बिना ग्रामीण न्यायालय के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। जबकि पूर्व में पुरानी तहसील परिसर का निरीक्षण तत्कालीन जिला जज और डीएम कर चुके हैं। पांच एकड़ मे फैली तहसील में भवन भी उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि हमने ससौतिया जगदीश का प्रस्ताव वापस लेने और एसडीएम के स्थानांतरण की मांग की है। जिनके न होने तक एसडीएम कोर्ट का बहिष्कार जारी रहेगा। इस दौरान ओमहरी सक्सेना, बलवीर ¨सह यादव, रामेन्द्रपाल पांडेय, बलवीर¨सह राठौर, प्रताप¨सह राठौर, रवींद्र पांडेय, रामतीर्थ दीक्षित, वेदप्रकाश यादव, आनन्द शाक्य, राकेश दीक्षित, अमरनाथ गुप्ता, पुष्पेन्द्र यादव, वीरेन्द्र शाक्य आदि अधिवक्ता उपस्थित थे।