उत्तम त्याग की आराधना कर श्रावकों ने किया दान
जागरण संवाददाता, एटा: जैन समाज के प्रमुख पर्व पर्यूषण के आठवें दिन भी जिनालयों में भक्ति और श्रद्धा के साथ पूजा की।
जागरण संवाददाता, एटा: जैन समाज के प्रमुख पर्व पर्यूषण के आठवें दिन भी जिनालयों में भक्ति और श्रद्धा का अतिरेक बना रहा। श्रावक-श्राविकाएं पूजा-अर्चना में लीन दिखे। उत्तम त्याग धर्म की मंत्रों के मध्य आराधना की गई। श्रावकों ने दान को भी हाथ बढ़ाए।
श्री दिगम्बर जैन पंचायती मंदिर पुरानी बस्ती में भगवान का अभिषेक शांति धारा तथा उत्तम त्याग धर्म की पूजा हुई। दोपहर को शास्त्र सभा के साथ प्रवचन हुए। पं कमलेश जैन द्वारा उत्तम त्याग धर्म के बारे में बताया कि त्याग जीवन की सबसे महत्वपूर्ण क्रिया है। किसी वस्तु को ग्रहण किया जाए और त्याग ना हो तो कष्ट होता है। यदि किसी वृक्ष पर फल, फूल, पत्ते आये और वह उनको नही छोड़े तो उसमें नये पत्ते फल, फूल नहीं आ सकते हैं। कुएं में भी नया जल जब ही आता है जब वह पुराने का त्याग करे। अगर ऐसा नहीं करता है तो पुराना जल सड़ जाता है। ठीक उसी प्रकार मनुष्य के जीवन मे भी त्याग का महत्व है तथा दान करने का कथन किया गया है। दान उस वस्तु का करना है जो हमे प्रिय हो। दान चार प्रकार का होता है। औषधि दान, शास्त्र दान, अभय दान, आहार दान। हमें अपनी यथाशक्ति अनुसार दान करना चाहिए। रात्रि में हुई अंताक्षरी प्रतियोगिता तुषार जैन, ममता जैन, मोनिका जैन, संजय जैन, राहुल जैन, शशांक जैन, मिनी जैन, आशु जैन, आयुषी जैन की टीम विजेता रही। फफोतू में भी आचार्य सन्मति सागर का अभिषेक पूजन हुआ। शहर के नशिया जी मंदिर में जैन स्मार्ट श्रीमती प्रतियोगिता 96 हजार अंक पाकर बबिता जैन ने जीती। इस दौरान रश्मि जैन, सृष्टि जैन, शिखा जैन, मोनिका जैन, सीमा जैन, खुशबू जैन आदि मौजूद थे।
अवागढ़: कस्बा के पंचायती मंदिर में पूजा अर्चना के साथ सती अंजना का नाटक मंचन पुल्किता, मोनिका, जूली, छवि, खुशी, सोना आदि द्वारा किया गया। यहां आशुतोष जैन, हर्ष जैन, सुकुमार जैन, टीटू जैन, सीनता जैन, मंजुला जैन, शारदा जैन, निशा जैन, पवन जैन, मनोज जैन, विपिन जैन, पीके लाल जैन आदि मौजूद थे।