महाशिवरात्रि पर कठिन होगी शिव मंदिर की डगर
मंदिर की ओर जाने वाला रास्ता ऊबड़-खाबड़ लोगों ने की महाशिवरात्रि तक गली सुधरवाने की मांग
एटा, जासं। महाशिवरात्रि नजदीक है, लेकिन शहर में कई शिव मंदिर ऐसे हैं जिन तक पहुंचने के लिए रास्ता ठीक नहीं। इन मंदिरों पर महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं की भीड़ लगती है, तमाम शिवभक्त नंगे पांव मंदिर जाते हैं। उनको मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
इसी तरह महाराणा प्रताप नगर स्थित शिव मंदिर की गली का रास्ता भी इस समय खराब है। रास्ता दुरुस्त नहीं हुआ तो श्रद्धालुओं को कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।
महाशिवरात्रि 21 फरवरी को है। शिव मंदिर में महाराणा प्रताप नगर तथा आसपास के कई मुहल्लों के लोग पूजा-अर्चना के लिए जाते हैं। मंदिर में शिवलिग और अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां हैं। त्योहार कोई भी हो वहां श्रद्धालुओं की कतार लग जाती है। महाशिवरात्रि पर तो मंदिर का महत्व और अधिक बढ़ जाता है।
जीटी रोड स्थित इलाहाबाद बैंक के पास से गुजर रही गली से होकर श्रद्धालु पहुंचते हैं। इसके अलावा महाराणा प्रताप नगर के श्रद्धालु दूसरी ओर से मंदिर तक आते हैं। मंदिर की जो गली है वह इस समय उखड़ी पड़ी है। मंदिर के किनारे ही तमाम ईंटें, गिट्टी व अन्य सामान पड़ा है, जिसकी वजह से इस समय भी आम नागरिकों को भी निकलने में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। वाहन चालकों को भी दिक्कतें होती हैं। मुहल्ले के लोगों की मांग है कि मंदिर की गली स्थायी रूप से दुरुस्त कराई जाए, ताकि आने-जाने वाले भक्तों को किसी भी तरह की कोई कठिनाई न हो। यह गली नगर पालिका द्वारा कराए जा रहे निर्माण की सूची में शुमार है।
शिव मंदिर हमारी आस्था का प्रतीक है। हम सब चाहते हैं कि महाशिवरात्रि से पहले मंदिर तक पहुंचने का रास्ता पूरी तरह से ठीक हो जाए, ताकि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो।
- शालिनी मंदिर में कोई पर्व न हो तब भी प्रतिदिन तमाम श्रद्धालु नंगे पांव भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए आते हैं। शिवरात्रि पर तो भक्तों की और ज्यादा तादात बढ़ जाती है। ऐसे में गली शीघ्र ठीक होनी चाहिए।
- रेनू गुप्ता गली को पक्का कराने का काम तेज गति से होना चाहिए, ताकि महाशिवरात्रि तक पूरी तरह से यह गली दुरुस्त हो जाए और भक्तों को पहुंचने में कोई भी परेशानी का सामना न करना पड़े।
- रामेंद्र हम सब चाहते हैं कि कम से कम मंदिरों की ओर जाने वाले रास्ते ठीक हों। प्रशासन को इसके लिए स्वत: ही पहल करनी चाहिए, और भी कई मंदिरों के रास्ते खराब हैं इसलिए उन्हें भी दुरुस्त कराया जाए।
- उमेश चंद्र