बाजारों में आई उमंग, सजे रंग और पिचकारी
होली पर्व की तैयारी को लेकर बाजारों में भीड़ उमड़ती रही है। शहर के प्रमुख बाजारों में ही नहीं बल्कि अस्थाई दुकानों पर चिप्स पापड़ रंग पिचकारी सजे हैं। वहीं त्योहार के समीप आने के कारण खरीददारी तेज हो गई है। सबसे अधिक भीड़ खान-पान के सामान विक्रेताओं की दुकानों पर है। वहीं कपड़े और गारमेंट के शोरूमों पर भीड़ त्योहारी कपड़ों की खरीद के लिए लोग उमड़ रहे हैं।
एटा, जासं। होली पर्व की तैयारी को लेकर बाजारों में भीड़ उमड़ती रही है। शहर के प्रमुख बाजारों में ही नहीं, बल्कि अस्थाई दुकानों पर चिप्स, पापड़, रंग, पिचकारी सजे हैं। वहीं त्योहार के समीप आने के कारण खरीददारी तेज हो गई है। सबसे अधिक भीड़ खान-पान के सामान विक्रेताओं की दुकानों पर है। वहीं कपड़े और गारमेंट के शोरूमों पर भीड़ त्योहारी कपड़ों की खरीद के लिए लोग उमड़ रहे हैं।
होली 21 मार्च को है। इसके लिए घरों में अभी से तैयारियां शुरू की जा चुकी हैं। शहर के प्रमुख बाजार, हाथी गेट, घंटाघर बाजार, बाबूगंज, गांधी मार्केट आदि में सामान खरीदने वालों की भीड़ उमड़ती रही। इस पर्व पर मिठाई के रूप में बनाई जाने वाली गुजिया के लिए खोवा की खरीददारी तेजी से हुई। इसके साथ ही बाजारों में उपलब्ध दर्जनभर वैरायटी के चिप्स और पापड़ की खरीददारी होती रही। इस पर्व पर नमकीन का चलन अत्यधिक होता है। नमकीन और उससे मिलते जुलते तमाम प्रकार के आइटम की दुकानों पर भी भीड़ देखी गई। बाबूगंज बाजार, गांधी मार्केट समेत अन्य बाजारों में बड़े पैमाने पर लोग इस पर्व को मनाने के लिए कपड़ों की खरीद करते रहे। गांधी मार्केट के रेडीमेड गारमेंट विक्रेता विक्रांत ने बताया कि पिछले दो दिनों से रेडीमेड कपड़ों की खरीद बढ़ी है। तरह-तरह के रंग और पिचकारियां
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बाजार में त्योहार को लेकर इस बार जहां विभिन्न रंगों के खुशबूदार गुलाल आकर्षित कर रहे हैं। वहीं रंग-बिरंगी पिचकारियों और उनके अलग-अलग डिजाइन बच्चों को भा रहे हैं। अभिभावक भी उनकी रुचि के अनुरूप रंग गुलाल और पिचकारियां खरीदवाने के साथ-साथ कपड़े भी दिला रहे हैं।