पालिका कर्मचारियों की नौकरी पर खतरा, वेतन ग्रांट में कटौती
शासन ने नगर पालिका को मिलने वाली ग्रांट में 27 लाख रुपये की कटौती की कार्यरत 270 कर्मचारी में से 100 की नौकरी पर बना हुआ है खतरा
जासं, एटा: नगर पालिका कर्मचारियों को मिलने वाले वेतन ग्रांट में शासन ने कटौती कर दी है। कोरोना संकटकाल को लेकर हुई कटौती के बाद कई कर्मचारियों की नौकरी खतरे में पड़ गई है। अधिकारियों ने कर्मचारियों को हटाने के लिए कवायद शुरू कर दी है।
कोरोना संकटकाल से पहले सरकार नगर पालिका को एक करोड़ 80 लाख रुपये की ग्रांट आवंटित करती थी। इस बार शासन ने इस ग्रांट में कटौती करते हुए एक करोड़ 53 लाख कर दी है। 27 लाख रुपये कम होने के कारण नगर पालिका के अधिकारियों को कर्मचारियों का वेतन पूरा कर पाना दूभर हो रहा है। नगर पालिका में कर्मचारियों की संख्या कम करने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है। मौजूदा समय में नगर पालिका के अंदर 270 कर्मचारी कार्यरत हैं। इसमें से 100 कर्मचारियों की नौकरी पर खतरा बना हुआ है। मंगलवार को वेतन न मिलने को लेकर हुए कर्मचारियों के हंगामा के बाद नगर पालिका में हटाने वाले कर्मचारियों की सूची तैयार होनी शुरू हो गई है। नगर पालिका ईओ डा. दीप कुमार वाष्र्णेय ने कहा कि वेतन बजट कम होने से कर्मचारियों को रखने में परेशानी हो रही है। सौ कर्मचारियों को नौकरी से हटाने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है।