सड़कों पर भीड़ बढ़ते ही घुटने लगा दम
जागरण संवाददाता एटा लोगों को ढील मिलने के बाद सड़कों पर वाहनों की भीड़ बढ़ने लगी ह
जागरण संवाददाता, एटा: लोगों को ढील मिलने के बाद सड़कों पर वाहनों की भीड़ बढ़ने लगी है। अभी तक गिने-चुने वाहन ही चल रहे थे। जिससे वातावरण राहत भरा था। अब वाहनों की भीड़ के साथ प्रदूषण भी बढ़ने लगा है। सड़कों और इनके किनारे सुबह से रात तक धुआं और धूल का गुबार नजर आ रहा है। जिसके चलते सांस लेना फिर मुश्किल होने लगा है।
यूं तो लॉकडाउन के तमाम खामियाजे लोगों को नजर आ रहे हैं। लेकिन इसका एक बड़ा फायदा पर्यावरण को लेकर रहा था। 25 मार्च को लॉकडाउन लागू होने के बाद सामान्य वाहनों के संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। जिसके चलते सड़कों पर सन्नाटा नजर आने लगा था। शहर के व्यस्ततम मार्ग जीटी रोड पर भी आवश्यक वस्तुओं वाले गिने-चुने वाहन और पुलिस की गाड़ियां ही नजर आती थीं। अब 1 जून से वाहनों के संचालन से प्रतिबंध हटा दिया गया है। इसके साथ ही सड़कों पर भारी, हल्के वाहनों के अलावा ऑटो रिक्शा और दुपहिया वाहनों की भरमार रहने लगी है। प्रदूषण बढ़ने के कारण लोग श्वसन संबंधी समस्याएं महसूस कर रहे हैं। लोग बोले
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पिछले दिनों गाड़ियां न चलने से प्रदूषण न के बराबर था। अब यह काफी बढ़ गया है। सड़क किनारे दुकानदारों को सबसे ज्यादा मुश्किल है।
- स्वीटी गुप्ता
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वाहनों का चलना तो सामान्य प्रक्रिया है, एक न एक दिन प्रतिबंध हटाना ही पड़ता। साफ-सफाई के जरिए धूल पर नियंत्रण किया जा सकता है।
- विक्की
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शहर में वाहनों की भीड़ न बढ़े इसके लिए बड़े वाहनों के लिए रूट डायवर्जन और ऑटो व ई रिक्शा के लिए रूट प्लान लागू करना चाहिए।
- मोनू
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तीन दिन में ही प्रदूषण की वजह से सांस संबंधी समस्या महसूस होने लगी। चिकित्सक से परामर्श लेना पड़ा। उन्होंने धूल-धुआं से एलर्जी बताई है।
- सौरभ