ऋण माफी : अंतिम दिन उमड़ी किसानों की भीड़
एटा, जासं। बकाएदार किसानों की ऋण माफी के संशोधित आवेदन का सोमवार को अंतिम दिन था। आवेदन करने के लिए विकास भवन के कैंपस में सैंकड़ों किसानों का पूरे दिन जमावड़ा लगा रहा, मगर कृषि विभाग द्वारा आवेदन जमा कराने को व्यवस्थाएं दुरुस्त न होने के कारण अधिकांश किसानों को निराश होकर लौटना पड़ा। वे अपने आवेदन जमा नही कर सके।
एटा, जासं। बकाएदार किसानों की ऋण माफी के संशोधित आवेदन का सोमवार को अंतिम दिन था। आवेदन करने के लिए विकास भवन के कैंपस में सैंकड़ों किसानों का पूरे दिन जमावड़ा लगा रहा, मगर कृषि विभाग द्वारा आवेदन जमा कराने को व्यवस्थाएं दुरुस्त न होने के कारण अधिकांश किसानों को निराश होकर लौटना पड़ा। वे अपने आवेदन जमा नही कर सके।
शासन के निर्देश पर विकास भवन स्थित कृषि विभाग द्वारा कर्जमाफी के लिए पिछले 15 जनवरी से बकाएदार किसानों के आवेदन जमा कराए जा रहे हैं। इस कार्य के लिए विभाग ने सिर्फ एक ही पटल बनाया है, जिसके चलते ग्रामीण अंचलों से यहां आने वाले किसानों को खासी समस्या से जूझना पड़ रहा है। सुबह से शाम तक घंटों इंतजार के बाद भी उनके आवेदन जमा नही हो पा रहे। ऐसे में शासन की ऋण माफी योजना को तो ग्रहण लग ही रहा है। साथ ही किसानों को कर्ज से मुक्ति दिलाने की मंशा भी पूरी होती नजर नहीं आ रही। अंतिम दिन आवेदन जमा न हो पाने से निराश किसानों में विभागीय अव्यवस्था को लेकर खासा आक्रोश देखा गया। यह बोले किसान
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-विभाग द्वारा आवेदन जमा कराने को 4-5 काउंटर लगाए जाने चाहिए थे। इससे किसानों के फार्म समय से जमा होते। धीरज जीसुखपुर
-शासन को यदि किसानों को कर्ज से मुक्ति दिलानी है, तो आवेदन की अंतिम तिथि को बढ़ाकर आगे की तिथियां निर्धारित करनी होगी। विपिन प्रधान
-पूरे दिन लाइन में लगने के बाद भी नंबर नही आता, दिन यूं ही गुजर जाता है। खेती का काम भी प्रभावित है।
सियाराम
-तिथि बढ़ाकर चार आवेदन काउंटर बनवाकर फार्मों को जमा कराया जाए, ताकि किसान योजना से लाभान्वित हो सकें। दिनेश