पुनरीक्षण का कार्य ढीला
इस बार एक अक्टूबर से पंचायत चुनाव के लिए मतदाता सूची पुनरीक्षण का क
एटा, जागरण संवाददाता : इस बार एक अक्टूबर से पंचायत चुनाव के लिए मतदाता सूची पुनरीक्षण का कार्य भले ही शुरू हो गया लेकिन अभी भी काम जोर नहीं पकड़ पा रहा। स्थिति यह है कि अभी आधे गांवों में बीएलओ द्वारा चिन्हांकन का कार्य पूरा नहीं। वहीं 5 दर्जन से ज्यादा बीएलओ अपना आदेश भी प्राप्त नहीं कर पाए हैं।
जिले में पंचायत चुनाव के लिए मतदाता सूची पुनरीक्षण का कार्यक्रम 20 सितंबर से पहले ही घोषित कर दिया गया। उस समय कोरोना संक्रमण के कारण खुद प्रशासन ही प्रभावित होने से न तो बीएलओ की ड्यूटी समय से तय हो सकी और नियुक्त बीएलओ को बस्ता भी नहीं दिए जा सके। अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में कुछ सक्रियता बढ़ी और बीएलओ की सूची अपडेट की गई जिनमें बीएलओ बने स्थानीय कर्मियों को हटाकर नए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई। बेसिक शिक्षा विभाग में अंतरजनपदीय तबादलों की प्रक्रिया भी चल रही है ऐसे में तमाम तबादले की आस लगाए शिक्षकों ने बीएलओ ड्यूटी प्राप्त नहीं की है। जिसका कारण यही है कि कहीं ड्यूटी के चक्कर में तबादला प्रभावित न हो। एटा सदर तहसील के अलावा अलीगंज तथा जलेसर में 5 दर्जन बीएलओ अभी ड्यूटी ही प्राप्त नहीं कर सके हैं। वैसे तो जिन बीएलओ ने बस्ता थाम लिया वह भी अन्य बीएलओ के द्वारा काम शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं। जहां 12 नवंबर तक मतदाताओं का सत्यापन पूरा होना है वहां अभी प्रक्रिया काफी धीमी है। तमाम बीएलओ इसलिए सुस्त हैं कि कोरोना के चलते पुनरीक्षण की तिथि भी बढ़ेगी।
जलेसर तहसील सभागार में एसडीएम एसपी वर्मा ने बीएलओ की मीटिग ली तो उसमें आधे भी बीएलओ उपस्थित नहीं हुए। अभी भी ड्यूटी कटवाने के लिए जोर आजमाइश चल रही है। उधर एडीएम प्रशासन विवेक मिश्रा का कहना है कि पुनरीक्षण शुरू हो चुका है और समयबद्ध पूरा होगा। जो बीएलओ लापरवाही कर रहे हैं उनके विरुद्ध कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।