12 कैमिस्ट दे रहे दवाओं की रिपोर्ट
जागरण संवाददाता, एटा: तीन सैकड़ा से अधिक दवा व्यवसायियों में से महज 12 लोग क्षय रोग से संबंधित दवाओं की बिक्री की रिपोर्ट दे रहे हैं।
जागरण संवाददाता, एटा: तीन सैकड़ा से अधिक दवा व्यवसायियों में से महज 12 लोग क्षय रोग से संबंधित दवाओं की बिक्री की रिपोर्ट दे रहे हैं। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग असंतुष्ट है। मंगलवार को विभागीय अधिकारियों ने दवा व्यवसायियों के साथ कार्यशाला कर सहयोग मांगा। साथ ही सूचना नहीं देने की स्थिति में कार्रवाई के प्रावधान की भी जानकारी दी।
शहर के एक होटल में हुई कार्यशाला के दौरान जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. सीएल यादव ने कहा कि प्रदेश के अन्य जिलों सहित पड़ोसी जिले कासगंज की स्थिति भी बेहद अच्छी है। जबकि एटा से केवल 12 लोग रिपोर्ट दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि बीमारी काफी तेजी से फैल रही हैं। इस पर रोक के लिए हर क्षय रोगी की जानकारी विभाग के पास होना जरूरी है, जिससे कि मॉनीट¨रग की जा सके। सभी दवा विक्रेता निर्धारित प्रारूप पर हर महीने जानकारी उपलब्ध कराकर टीबी खात्मे में सहयोग दें। यह भी कहा कि यह जानकारी छुपाने वाले को कानूनन सजा का प्रावधान भी किया गया है। जिला कार्यक्रम प्रबंधक दिलीप शर्मा ने बताया कि कई अनाधिकृत चिकित्सक टीबी रोगियों को आधा-अधूरा इलाज दे रहे हैं, जिससे मरीज सही नहीं होते, बल्कि रोग की गंभीरता और बढ़ जाती है। ऐसे में यदि दवा विक्रेता संबंधित मरीज की जानकारी विभाग को दे तो संपर्क कर मरीज को पूरा उपचार उपलब्ध कराया जा सकता है। साथ ही अन्य लोगों तक संक्रमण फैलने से रोका जा सकता है। इसलिए शिड्यूल एच-1 दवाओं की रिपोर्ट काफी महत्वपूर्ण है। इसमें टीबी से संबंधित दवाएं शामिल हैं। जिला पीपीएम समन्वयक आशीष पाराशरी ने सभी दवा व्यवसायियों के सुझाव लेते हुए ब्लॉक स्तर पर कार्यशाला कराने की बात कही। उन्होंने 4 सितंबर से जलेसर क्षेत्र में चलने वाले सक्रिय क्षय रोगी खोज अभियान की जानकारी दी। ड्रगिस्ट एंड कैमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष अर¨वद कुमार ¨सह और सचिव अमिताभ बिसारिया ने सहयोग का आश्वासन दिया। इस दौरान उप जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. गौरव यादव सहित विभागीय कर्मचारी और दवा व्यवसायी मौजूद रहे।