बस स्टैंड पर यात्रियों के लिए तैयार हुआ रैन बसेरा
कोरोना संक्रमण की गाइड लाइन को ध्यान में रखते हुए 12 बेड की व्यवस्था की गई
एटा: ठंड के मौसम में रात्रि विश्राम के लिए नगर पालिका ने रोडवेज बस स्टैंड पर रैन बसेरा तैयार कराया है। जिसमें कोरोना संक्रमण की गाइड लाइन को ध्यान में रखते हुए 12 बेड की व्यवस्था की गई है। देखरेख के लिए तीन कर्मचारियों को तैनात किया है।
नगर पालिका ने यात्रियों के लिए रात गुजारने को रैन बसेरा तैयार कराया है। रोडवेज बस स्टैंड पर तैयार हुए रात्रि विश्राम कक्ष में 12 बेड की व्यवस्था की गई है। तीन कर्मचारियों को तैनात किया है। दूसरी तरफ नगर पालिका ने जिला अस्पताल में भी 35 बेड का रैन बसेरा तैयार कराया है। जिसका संचालन एनजीओ के माध्यम से कराया जा रहा है। वहीं नगर पालिका ईओ डा दीप कुमार वाष्र्णेय ने कहा कि रात्रि को ठहरने वाले यात्रियों का पूरा ब्यौरा रजिस्टर पर दर्ज किया जाएगा। इससे भविष्य में किसी भी तरीके की जरुरत पड़ने पर उससे लोगों का पता लगाया जा सके। यात्रियों के लिए रात्रि विश्राम की व्यवस्था निश्शुल्क रहेगी। पुराने पंचायत भवनों का होगा कायाकल्प: वर्षो पहले तैयार कराए गए पंचायत भवनों का कायाकल्प कराया जाएगा। जिसके लिए जिला पंचायत राज अधिकारी ने प्रत्येक ब्लाक की सूची तैयार कराई है। मरम्मत कार्य के साथ ही रंगाई पुताई भी पंचायत भवनों की कराकर उन्हें चमकदार बनाया जाएगा।
शासन ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन निर्माण पर अधिक जोर दे रहा है। जिसमें सरकार नए पंचायत भवन के साथ ही पुरानों का जीर्णोद्धार भी करा रही है। सालों पहले तैयार कराए गए अधिकांश पंचायत भवन जर्जर हालत में हैं। जिनमें टूट फूट होने के साथ ही रंगाई पुताई भी लंबे समय से नहीं कराई गई है। जिसके कारण पंचायत भवन बैठने के योग्य नहीं हैं। जबकि शासन पंचायत भवनों को मिनी सचिवालय का दर्जा दे रहा है। इतना ही नहीं भविष्य में उनके अंदर बैंक, जनसेवा केन्द्र, राशन कार्ड आदि सुविधाएं लोगों को मुहैया कराने का खाका सरकारी तैयार कर रही है। ऐसे में शासन ने इन पंचायत भवनों का भी कायाकल्प कराने का कदम उठाया है। जिला पंचायत राज अधिकारी आलोक कुमार प्रियदर्शी ने कहा कि जिन ब्लाक में पुराने पंचायत भवन बने हैं। उनकी सूची तैयार कराई जा रही है। इसके साथ ही कर्मचारियों को मौके पर भेजकर पंचायत भवनों का निरीक्षण कराया जा रहा है। निरीक्षण रिपोर्ट के आधार पर पंचायत भवनों में काम करवाने के लिए प्रधानों को धनराशि आवंटित की जाएगी।