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निजीकरण का विरोध, विद्युत कर्मियों ने बांधे काले फीते

जागरण संवाददाता एटा इलैक्ट्रीसिटी बिल 2020 के विरोध में विद्युत कर्मचारियों के संगठनों ने

By JagranEdited By: Published: Mon, 01 Jun 2020 09:23 PM (IST)Updated: Tue, 02 Jun 2020 06:08 AM (IST)
निजीकरण का विरोध, विद्युत कर्मियों ने बांधे काले फीते
निजीकरण का विरोध, विद्युत कर्मियों ने बांधे काले फीते

जागरण संवाददाता, एटा : इलैक्ट्रीसिटी बिल 2020 के विरोध में विद्युत कर्मचारियों के संगठनों ने काला दिवस मनाया और काली पट्टी बांधकर काम किया। यह कर्मचारी निजीकरण का विरोध कर रहे हैं।

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विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर कर्मचारी दफ्तरों में तो पहुंचे, मगर सबने काले फीते बांध रखे थे। इन कर्मचारियों का कहना था कि इलैक्ट्रीसिटी बिल के कारण उपभोक्ताओं को भी नुकसान होगा क्योंकि विद्युत दरें बढ़ जाएंगी, इस कारण उनकी जेबों पर बोझ बढ़ेगा। निजीकरण किसानों और घरेलू उपभोक्ताओं के हित में नहीं है। संघर्ष समिति के पदाधिकारियों अमित कुमार, सुरेंद्र सिंह, वीरेश यादव, सोरभ त्रिपाठी, राधेश्याम गुप्ता, पवन कुलश्रेष्ठ, विशाल कुलश्रेष्ठ आदि ने बताया कि इलैक्ट्रीसिटी बिल के कारण किसानों की सब्सिडी खत्म हो जाएगी और आम लोगों को नुकसान होगा। उद्योगों और बड़े व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को ही लाभ पहुंचेगा। जवाहरपुर तापीय परियोजना में भी विरोध

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जवाहरपुर तापीय परियोजना में भी इलैक्ट्रीसिटी बिल पर विरोध किया गया और कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधी। इंजीनियर मनीष कुमार ने बताया कि सभी कर्मचारी बिल का पुरजोर विरोध कर रहे हैं, क्योंकि निजीकरण किसी भी राज्य में सफल नहीं हुआ है।


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