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अभियोजन एसोसिएशन की टीम डीएम-एसएसपी से मिली, सुरक्षा की मांग

जलेसर कोर्ट में तैनात सहायक अभियोजन अधिकारी नूतन यादव की हत्या को लेकर दूसरे दिन भी जिला मुख्यालय पर हलचल दिखी। लखनऊ से आई अभियोजन अधिकारियों की टीम ने जिलाधिकारी सुखलाल भारती तथा एसएसपी स्वप्निल ममगाईं से मुलाकात की। टीम ने निष्पक्ष कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि आरोपितों की शीघ्र गिरफ्तारी की जाए तथा मुख्य आरोपित का शस्त्र लाइसेंस निरस्त कर उस पर एनएसए लगाई जाए। टीम ने अभियोजन अधिकारियों की सुरक्षा किए जाने की भी मांग की।

By JagranEdited By: Published: Wed, 07 Aug 2019 11:12 PM (IST)Updated: Thu, 08 Aug 2019 06:20 AM (IST)
अभियोजन एसोसिएशन की टीम डीएम-एसएसपी से मिली, सुरक्षा की मांग
अभियोजन एसोसिएशन की टीम डीएम-एसएसपी से मिली, सुरक्षा की मांग

एटा, जासं। जलेसर कोर्ट में तैनात सहायक अभियोजन अधिकारी नूतन यादव की हत्या को लेकर दूसरे दिन भी जिला मुख्यालय पर हलचल दिखी। लखनऊ से आई अभियोजन अधिकारियों की टीम ने जिलाधिकारी सुखलाल भारती तथा एसएसपी स्वप्निल ममगाईं से मुलाकात की। टीम ने निष्पक्ष कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि आरोपितों की शीघ्र गिरफ्तारी की जाए तथा मुख्य आरोपित का शस्त्र लाइसेंस निरस्त कर उस पर एनएसए लगाई जाए। टीम ने अभियोजन अधिकारियों की सुरक्षा किए जाने की भी मांग की।

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एपीओ नूतन यादव की हत्या उनके ही दोस्त गांव खुशालपुर थाना क्षेत्र बरहन जनपद आगरा निवासी धनपाल उर्फ धन्नू ने पांच गोलियां मारकर महिला थाना कंपाउंड स्थित पुलिस क्वार्टर में की थी, जहां नूतन रहतीं थीं। इस मामले में नूतन के भाई राघवेंद्र ने धनपाल और गांव खुशालपुर के ही रहने वाले उसके दोस्त भारत सिंह के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई है। भारत को षड़यंत्रकारी बताया गया है, जबकि धनपाल मुख्य आरोपित है, जिसने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से वारदात को अंजाम दिया था। नूतन भी खुशालपुर की ही रहने वाली थीं और 15 साल से धनपाल से उनकी दोस्ती थी। नूतन किसी अन्य से शादी करना चाहती थीं, लेकिन दो बच्चों का पिता धनपाल विरोध कर रहा था। इस बीच अभियोजन अधिकारी एसोसिएशन के अध्यक्ष अवधेश कुमार सिंह के नेतृत्व में लखनऊ से आई टीम ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा, जिसमें अभियोजन अधिकारियों को सुरक्षा देने तथा आरोपितों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की गई है।

इसके बाद यह टीम एसएसपी से भी मिलने पहुंची और मांग की कि कोर्ट में जहां अभियोजन अधिकारी बैठते हैं वहां भी सुरक्षा के बंदोबस्त किए जाएं। एसएसपी ने टीम को आश्वासन दिया कि आरोपितों को बख्शा नहीं जाएगा, जिस लाइसेंसी रिवाल्वर से हत्या हुई है। उसका लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई के लिए आगरा पुलिस को लिखा जाएगा। इसके बाद टीम के सदस्यों से कहा कि अधिकारियों ने हमें निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा दिया है। टीम में एसोसिएशन के महासचिव विजय कुमार, उपाध्यक्ष आगरा मंडल अशोक त्रिपाठी, उपाध्यक्ष बरेली मंडल राकेश मौर्य, अपर निदेशक आगरा, अलीगढ़ मंडल देव प्रताप सिंह, अभियोजन अधिकारी लखनऊ आशीष सिंह, संयुक्त अभियोजन अधिकारी आगरा सुनील कुमार चौधरी, संयुक्त निदेशक अभियोजन विजय प्रताप सिंह, एसपीओ दिनेश द्विवेदी, एसपीओ राजेश श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।


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